अर्चना कुमारी मोदी कैबिनेट के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर हादसे को लेकर बताया है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की वजह से हादसा हुआ है। उन्होंने पहली बार हादसे की वजह बताई है। उन्होंने बताया है कि लगभग जांच पूरी कर दी गई है और जिम्मेवार लोगों की पहचान हो गई है। लेकिन क्या एक दो लोगों की नौकरी से कुर्बानी देने पर करीब 288 लोगों की मौत का इंसाफ मिल पाएगा।
अश्वनी वैष्णव उड़ीसा के रहने वाले हैं और उन्हें मोदी भरोसा जताते हुए बिना कोई राजनीतिक अनुभव के रेल मंत्री बनाया । दरअसल वह एक नौकरशाह रहे है तथा मोदी से नजदीकी रिश्ते के कारण उन्हें महत्वपूर्ण विभाग का मुखिया बनाया गया। लेकिन आधुनिकीकरण के दौर में ट्रेन मार्गो का बरसों पुराना हाल बरकरार है।
हादसे के बाद वह लगातार घटनास्थल पर डटे हुए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज एक बार फिर बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया और मौके पर उन्होंने बताया कि सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है।
बताया जाता है कि हादसे के बाद ट्रैक को साफ करने और फिर से बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम जारी है। खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं और ट्रैक की बहाली के लिए किए जा रहे कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि हादसे के लिए जिम्मेदार कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेल मंत्री ने कहा कि बुधवार सुबह तक यह ट्रैक चालू हो जाएगा। हादसे में मारे गए सारे शव निकाल लिए गए हैं और हमारा लक्ष्य बुधवार सुबह तक मरम्मत का काम खत्म करने का है ताकि इस ट्रैक पर ट्रेनें दौड़ना शुरू हो सकें