आईएसडी नेटवर्क। 550 करोड़ के विशाल बजट से बनाई गई ‘आदिपुरुष’ एक सप्ताह पूरा करने के बाद लागत वसूल नहीं कर सकी है। एक सप्ताह में फिल्म ने कुल 357.7 करोड़ का ग्रास कलेक्शन किया है। इस कलेक्शन में से नेट कलेक्शन का आंकड़ा महज 259.9 करोड़ है। इसका अर्थ है कि ‘आदिपुरुष’ के निर्माता अभी लाभ से बहुत दूर हैं। फिलहाल तो फिल्म की लागत वसूल करने में निर्माताओं को पसीने छूट रहे हैं। विवादों में फंसने के बाद इसके कलेक्शन लगातार नीचे आते जा रहे हैं। इससे अधिक दर्शक तो विकी कौशल की ‘ज़रा हट के ज़रा बच के’ को मिल रहे हैं।
‘आदिपुरुष’ रिलीज होते ही ये नए विवाद में उलझ गई। हनुमान द्वारा बुलवाए गए घटिया संवादों और फिल्म के अन्य स्तरहीन संवादों को लेकर भारत में अच्छी खासी आक्रोश की लहर देखने को मिली। रिलीज के पांच दिन बाद फिल्म निर्माताओं ने विवादित संवादों को बदल दिया लेकिन विरोध बढ़ता ही चला गया। डायलॉग्स बदलने का फिल्म के कलेक्शन पर कोई असर नहीं हुआ। कलेक्शन रविवार के बाद से तेज़ी से गिरते रहे। सातवें दिन यानी गुरुवार को फिल्म ने हिन्दी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ को मिलाकर लगभग पांच करोड़ का कलेक्शन किया।
गुरुवार को फिल्म ने हिन्दी पट्टी में 2.9 करोड़ का कलेक्शन किया था। शुक्रवार को ये और कम होकर 1.82 करोड़ ही रह गए। कलेक्शन से जाहिर है कि फिल्म थियेटर्स से लाभ कमाना तो दूर लागत भी वसूल नहीं कर सकेगी। अब तक फिल्म 259.9 करोड़ नेट कलेक्शन कर चुकी है, जो उसकी लागत से लगभग आधा है। नकारात्मक माउथ पब्लिसिटी के कारण आगे दर्शक बढ़ने की कोई उम्मीद नहीं है। इसके बाद निर्माताओं की आस डिजिटल और सेटेलाइट्स अधिकारों पर जा टिकी है। फिल्म का बुरा हाल होने के बावजूद इसका विरोध जारी है।
दर्शकों की मांग है कि फिल्म को आलटाइम बैन कर स्क्रेप कर दिया जाए। दर्शक नहीं चाहते कि ये फिल्म आगे और किसी मंच पर दिखाई जाए। कई ख्यात लोग फिल्म के लेखक और निर्देशक से जवाब मांग रहे हैं। मोटिवेशनल स्पीकर विवेक बिंद्रा ने मनोज मुन्तशिर से ट्ववीट कर जवाब माँगा है। फिल्म अभिनेता गजेंद्र चौहान ने कहा कि ‘मैं टिकट खरीदने के बाद भी फिल्म देखने नहीं गया। मेरी आत्मा को यह गवारा ही नहीं हुआ। फिल्म का ट्रेलर और कई छोटी-छोटी क्लिप्स देखने के बाद मुझे एहसास हुआ कि ये फिल्म देखने लायक ही नहीं है।’ फिल्म निर्माता विक्रम भट्ट ने आदिपुरुष के निर्माताओं पर तंज कस दिए हैं।
फिल्म थियेटर्स में कारोबार नहीं कर रही, इसके कारण मल्टीप्लेक्स मालिकों का गुस्सा भी फूट पड़ा है। मराठा मंदिर सिनेमा के मालिक मनोज देसाई ने कहा ‘ हमने सोचा था कि फिल्म सुपरहिट होगी। रामायण इस तरह नहीं लिखी गई है। जिस तरह से फिल्म में भगवान हनुमान और रावण को दिखाया गया है, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है। कृति सेनन सीता कैसे हो सकती हैं। हर जगह फिल्म के शो रद्द हो रहे हैं। फिल्म के निर्माताओं को जेल भेजा जाना चाहिए। आज या कल तक फिल्म सिनेमाघरों से हटा दी जाएगी।’