मोदी सरकार की परेशानी यह है कि उनके वित्त मंत्री विदेश सरकार के आखिरी बजट के दौर में इलाज के लिए विदेश में हैं! प्रधानमंत्री मोदी जानते हैं कि ऐसे वक्त में जेटली का विकल्प सिर्फ जेटली हो सकते हैं लेकिन बजट पेश करने में कोई बाधा न हो इसलिए सरकार ने तेजतर्रार रेलमंत्री को वित्तमंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दे दिया है। अभी यह तय नहीं हो पाया है कि बजट जेटली पेश करेंगे या पीयूष गोयल ! लेकिन विदेश इलाज के दौरान बस यह संदेश देकर कि अगला बजट सरकार का पूर्ण बजट होगा अरुण जेटली ने कांग्रेस को खौफ में डाल दिया है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि यदि सरकार ने 1 फरवरी को पूर्ण बजट पेश किया तो इस संसद से सड़क तक प्रदर्शन करेंगे।
दरअसल कांग्रेस को एहसास हो रहा है कि को यह एहसास हो रहा है कि किसानों को दिए झूठे दिलासे के आधार पर उन्होंने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सत्ता हासिल की है किसानों के पक्ष में यदि मोदी सरकार ने कोई बड़ा फैसला ले लिया तो 2019 में महागठबंधन के स्वप्नकारों के लिए हताशा लेकर आएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार ने एक बड़ी तैयारी कर ली है, जिसके तहत आगामी बजट में किसानों को ब्याज मुक्त लोन देने की तैयारी कर ली गई है । सरकार ने इसकी तैयारी कर ली है कि पांच लाख तक की सलाना आमदनी वालों को आयकर से मुक्त कर दिया जाएगा। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता सीधे उनके खाते में जाएगा। मोदी सरकार ने ऐलान किया है कि किसानों ने उत्पादन क्षमता को पिछले कुछ सालों में लगातार बढ़ाया है। जिसके कारण सर प्लस फूड के कारण महंगाई पर अंकुश लग गया है। ऐसे में सरकार किसानों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है। किसानों, कामकाजी मध्य वर्ग के लोगों और बेरोजगार युवकों के लिए सरकार जो बजट के लिए तैयार कर रही है उसे बिल्कुल हताश है बौखला सी गई है कांग्रेस पार्टी को यह अनुमान है कि आगामी बजट में जो सरकार फैसला लेने जा रही है ।वह विपक्ष का कमर तोड़ सकती है ।
इस लिहाज से कांग्रेस पार्टी के वकील प्रवक्ता मनीष तिवारी ने दांव पेंच के साथ यह कहा है कि यह गैरकानूनी होगा कि मोदी सरकार अपनी 5 साल के कार्यकाल में छठा बजट पेश करें। टीवी पर आकर कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने मोर्चा खोल दिया कि यदि सरकार ने एक फरवरी को पूर्ण बजट पेश करने की कोशिस की तो हम संसद नहीं चलने देंगे। सड़क तक प्रदर्शन करेंगें।मनीष तिवारी और आनंद तिवारी जैसे कद्दावर प्रवक्ताओं की टोली ने मीडिया के सामने दलील दी कि 365 दिन का बजट सरकार चुनाव से 46 दिन पहले नहीं पेश कर सकती। सरकार के पास ऐसा कोई संवैधानिक या नैतिक अधिकार नहीं है।
कांग्रेस ने जिस बात को कहने के लिए अपने कानूनी कद्दावर को उतारा उसका जवाब सरकार में जेटली जैसे कानूनी महारथी पहले ही दे चुके हैं। जेटली ने पिछले दिनों यह साफ किया था कि ऐसी कोई प्रावधान नहीं है कि सरकार चुनाव से पहले पूर्ण बजट नहीं पेश कर सकती। यह अगली सरकार का अधिकार होता है कि वो बजट में फेर बदल कर ले। दरअसल पूर्ण बजट का मतलब है सरकार साल भर के खर्च और आमदनी का लेखा जोखा पेश करती है। अगले साल वो क्या करेगी यह देश के सामने रखती है। अपने कमाई का अनुमान लगाती है। अंतरिम बजट में चुनाव से पहले के बचे कुछ ही दिनों का लेखा जोखा रखना होता है। सरकार यह मौका नहीं गवाना चाहती कि वो देख को बताए कि बीते साल जो लाभ हुआ उसका वो आगे कैसे खर्च करेगी। कांग्रेस इसे मोदी सरकार द्वारा जाते जाते जनता को दिए जाने वाले लाभ को चुनावी एजेंडा मानकर भयभीत है।
इसीलिहाज से कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार को धमकी दी है यदि 1 फरवरी को सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया तो संसद से सड़क तक प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग को संकेत दिया है कि यदि मोदी सरकार पूर्ण बजट पेश करती है तो यह आयोग की जिम्मेदारी है कि वह सरकार के इस फैसले पर नजर रखें दरअसल कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा द्वारा त्यागे जाने के बाद हताशा में अपना आखिरी दांव प्रियंका गांधी के रूप में चला है प्रियंका आखरी ब्रह्मास्त्र है जिसके चुकने के बाद कांग्रेस पार्टी का पूरा वजूद खत्म हो सकता है ऐसे में पार्टी को प्रियंका दांव खेलने के बाद भी डर इस बात का लग रहा है कि मोदी सरकार ने लोकलुभावन बजट पेश कर दिया तो 2019 में उसकी वापसी को कोई नहीं रोक सकता। ऐसे में जो बंद मुट्ठी के रूप में प्रियंका गांधी थी। वह भी बेकार चला जाएगा। इस लिहाज से कांग्रेस पार्टी ने यह माहौल बनाया है कि मोदी सरकार का आगामी बजट गैरकानूनी और लोकतांत्रिक और गैर संवैधानिक है।
कांग्रेस इस बजट को लोकलुभावन और असंवैधानिक करार देकर भय को प्रदर्शित कर रही है जो संकेत दे रहा है कि सरकार की आगामी फैसले विपक्ष की पूरी मनोबल को तोड़ कर रख देगा। वित्त मंत्री के बीमार होने के कारण विदेश में होने के बावजूद कांग्रेस की हताशा से संकेत साफ है कि वह चुनाव से पहले ही अपना हार स्वीकार कर चुकी है।
URL : after launching of priyanka why congress is in big fear under 24 hour
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