अर्चना कुमारी। कर्नाटक से लेकर इंदौर तक मुस्लिमों ने एक नया खेल खेला है ,जिसके तहत मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़कों से दोस्ती करने पर उन्हें प्रताड़ित किए जाने के बहाने हिंदू लड़कों को टारगेट किया जा रहा है। पिछले दिनों कर्नाटक में एक मुस्लिम लड़की जब अपने हिंदू दोस्त के साथ रेस्टोरेंट में खाना खा रही थी तब उस दौरान उसका वीडियो बना लिया गया। इसके बाद मुस्लिम लड़की को भला बुरा कहा गया और हिंदू लड़के से दूर रखने की कोशिश में उसके साथ कथित तौर पर मारपीट की गई।
बाद में मुस्लिम लड़की से माफी भी मंगवाया गया। बताया जाता है कि इंदौर में तो पर्चे बांटकर मुस्लिमों ने यह बताने की कोशिश की है कि कोई हिंदू लड़के से दोस्ती करेगा तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा। इंदौर शहर में बांटे गए विवादित पर्ची में लिखा है कि ‘बहन तू भगवा लव ट्रैप में ना फंसना’ और इसके अलावा बजरंग दल तथा r.s.s. समेत हिंदू को काफिर बताया गया । बहन तू अपना शिकार ना बनना… तू भगवा लव ट्रैप में ना फंसना… तेरी इज्जत सारी दुनिया के मुसलमानों की जान से ज्यादा कीमती है… इंदौर में कुछ इस तरह की बातें लिखे पर्चे बांटे गए और बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। इसमें बजरंग दल और आरएसएस पर लड़कियों के धर्म बदलवाने का आरोप लगाया ।
‘भगवा लव ट्रैप’ के जिक्र वाले इस पर्चे को लेकर एक महिला ने अज्ञात 8 से 10 मुस्लिम युवकों की शिकायत पुलिस से की है। महिला का आरोप है कि आरएसएस और बजरंग दल को बदनाम करने लिए पर्चे बांटे गए हैं। शारदा टिकलिया नाम की महिला हिंदू संगठन के लोगों के साथ पर्चा लेकर रावजी बाजार थाने पहुंची। उसने पुलिस को बताया कि हिंदुओं को काफिर बताकर रावजी बाजार क्षेत्र में कलालकुई मस्जिद के पीछे पर्चे बांटे गए । इसमें मुस्लिम महिलाओं को आगाह किया गया है कि आरएसएस और बजरंग दल हर साल 10 लाख लड़कियों की इज्जत को तार-तार करते हैं। इसी पर्चे में दावा किया गया है अमरावती में 800 मुस्लिम लड़कियां मुर्दत(काफिर) हो चुकी हैं। तुम भगवा लव ट्रैप में ना फंसना।
प्रदेश के गृह मंत्री और इंदौर के प्रभारी मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने धारा 153 A आईपीसी के केस दर्ज किया है। इस मामले में आरोपियों पर दोष सिद्ध होने पर तीन साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों हो सकता है। बताया जाता है कि विवादित बांटे गए पर्चे में हिंदुओं को बदनाम करने के लिए कई बातें लिखी गई है और इसमें कहा गया हैअस्सलाम अलैकुम व रहमतुल्लाहि व बरकातुहु…मेरी बहन तेरे ईमान की कीमत 7 जमीन और 7 आसमानों से ज्यादा है। तेरी इज्जत सारी दुनिया के मुसलमानों की जान से ज्यादा कीमती है। तू अपने वालिद का फक्र है, तू अपने भाई का गुरूर है, तू अपने खानदान की इज्जत है, तू कोई मामूली नहीं है बहन, बल्कि तू इस्लाम की शहजादी है। काफिर (आरएसएस व बजरंग दल) हर साल 10 लाख मुस्लिम लड़कियों को मुर्तद (काफिर) बनाकर उनकी इज्जत को तार-तार करना चाहते हैं। बहन तू अपना शिकार ना बनना।
तू भगवा लव ट्रैप में ना फंसना। थोड़े दिनों की झूठी खुशी, तोहफे और पैसों के लालच में आकर अपनी दुनिया और आखिरत को खराब ना कर। अगर तुझसे कोई गलती हो गई हो तो वापस आ जा, तेरा भाई तेरी मदद के लिए तैयार है। अल्लाह तेरे ईमान, इज्जत और आबरु की हिफाजत करें, आमीन। – मिन जानीब : आपका ईमान वाला भाई। मध्य प्रदेश पुलिस का कहना है कि इलाके की एक मस्जिद के बाहर यह पर्चे बांटे गए हैं। इस मामले में पुलिस से जुड़े अन्य डिपार्टमेंट भी जानकारी निकाल रहे , किसी भी तरह की प्रिंटिंग कराए जाने पर छपाई करने वाले प्रकाशक का नाम लिखा जाता है।
यह पर्चा किस प्रिंटिंग प्रेस में छापा गया है, इसका भी खुलासा नहीं हुआ है।पुलिस ने इस मामले में तौसिफ पिता मरहूम, शाहिद अली पिता शौकत अली, शादाब पिता मोहम्मद सत्तार खान, फरदीन पिता फिरोज खान और शाहरुख पिता अब्दुल वहीद बेग सभी निवासी इंदौर को गिरफ्तार किया है।पुलिस के अनुसार आरोपितों के मोबाइल में ‘इस्लाम एकता’ नाम का ग्रुप मिला है, जिसमें हेल्पलाइन नंबर तक जारी किए गए थे। एक आरोपित शाहरुख निवासी पठान मोहल्ला अभी फरार है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बजरंग दल इंदौर विभाग के संयोजक तनु शर्मा ने कहा कि इंदौर में बजरंग दल लव जिहाद का लगातार पर्दाफाश करता आया है। जेहादी मानसिकता के विचारों पर पानी फिर गया तो अब इस तरह के लोग बजरंग दल और आरएसएस को लेकर इस तरह के पर्चे बांटकर समाज को भ्रमित करना चाहते है। बजरंग दल ने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन ऐसे जिहादी विचार के लोगों पर रासुका लगाए, नहीं तो बजरंग दल अपनी शैली में जवाब देना जानता