आईएसडी नेटवर्क। आगामी चर्चित फिल्म ‘अजमेर 92’ के फिल्म निर्देशक पुष्पेंद्र सिंह ने अपनी फिल्म के बारे में मीडिया से बात की है। फिल्म पर एक समुदाय विशेष को बदनाम करने के आरोप लगाए जा रहे हैं और अब इस पर चुप्पी तोड़ते हुए पुष्पेंद्र ने मीडिया के जरिये अपनी बात देश की जनता तक पहुँचाने का प्रयास किया है। उनका कहना है कि फिल्म बनाने का उद्देश्य लोगों की भावनाओं को आहत करना नहीं है।
जबसे फिल्म ‘अजमेर 92’ पटल पर आई है, इसे लेकर कोई न कोई विवाद सामने आ रहा है। यह फिल्म 1992 में हुए अजमेर स्कैंडल पर आधारित है, जब युवतियों को ब्लैकमेल कर उनके साथ बलात्कार किया गया और आत्महत्या के लिए विवश किया गया। ट्रेलर रिलीज होने के बाद इसे प्रोपेगेंडा फिल्म बताया जाने लगा। फिल्म निर्देशक पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में इन्हीं आरोपों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि फिल्म रिलीज करने में उनकी टीम को खासी परेशानी हो रही है।
उन्होंने कहा ‘ कई लोगों को लगता है कि यह फिल्म एक खास समुदाय के खिलाफ है, लेकिन ये सच नहीं है। यह प्रोपेगेंडा फिल्म नहीं है। हम इस फिल्म के जरिए सिर्फ वह दिखाना चाहते हैं, जो हमारी लड़कियों ने सहा है। फिल्म के जरिए हम उस दर्द से दुनिया को रुबरु कराना चाहते हैं, जो उन्होंने सहा।’ पुष्पेंद्र ने कहा कि उनका उद्देश्य लोगों की भावनाओं को आहत करना नहीं है। उन्होंने अपनी फिल्म को ‘सच्चाई उजागर करने वाला एक निष्ठावान प्रयास’ बताया है।
उन्होंने मुस्लिम संगठनों और मौलानाओं द्वारा फिल्म पर बैन लगाने की मांग पर कहा कि पहले लोग फिल्म देखे और फिर अपनी एक राय कायम करें। पुष्पेंद्र ने कहा कि किसी तरह के अपराध का कोई धर्म नहीं होता, अपराध को अपराध की निगाह से ही देखा जाना चाहिए। फिल्म में उस भयावह घटनाक्रम को दिखाया गया है, जब कॉलेज में पढ़ने वाली 250 लड़कियों के साथ दुष्कर्म किया गया था। 21 जुलाई को फिल्म थियेटर्स में रिलीज होने जा रही है। फिल्म में करण शर्मा, सुमित सिंह, जरीना वहाब, बृजेंद्र काल, सैयाजी शिंदे और मनोज जोशी मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे।