आईएसडी नेटवर्क। सलमान खान और उनके जीजा आयुष शर्मा की फिल्म ‘अंतिम- द फाइनल ट्रुथ’ का कलेक्शन थमता दिखाई दे रहा है। रिलीज के बाद अब तक ये फिल्म मात्र 36 करोड़ का कलेक्शन ही कर सकी है। निर्देशक महेश मांजरेकर की ये फिल्म 26 नवंबर को प्रदर्शित हुई थी।
फिल्म का बजट लगभग 50 करोड़ बताया जा रहा है। बजट को देखे तो सलमान खान की इस फिल्म ने निर्माता को अब तक लाभ देना शुरु भी नहीं किया है। रोहित शेट्टी ने ‘सूर्यवंशी’ के प्रदर्शन के लिए बहुत पापड़ बेले थे। फिल्म डेढ़ वर्ष तक रिलीज की राह देखती रही। इसके बजट को लेकर भी फिल्म उद्योग में भ्रम की स्थिति है। कोरोना के कारण फिल्म का प्रदर्शन टला हो ऐसा नहीं है।
पहले भी निर्माताओं में फिल्म की रिलीज को लेकर अनबन की ख़बरें आई थी। जानकारी के अनुसार फिल्म का बजट 200 करोड़ से ऊपर चला गया था। 5 नवंबर को प्रदर्शित हुई ‘सूर्यवंशी’ पांचवे सप्ताह बाद 195 करोड़ पर आ टिकी है। ट्रेड पंडित इसी आंकड़े को लाइफटाइम कलेक्शन बता रहे हैं। इसका अर्थ है कि अब सूर्यवंशी के कलेक्शन और बेहतर होंगे, ऐसी कोई आशा दिखाई नहीं देती।
सुनील शेट्टी के बेटे अहान शेट्टी की फिल्म ‘तड़प’ की प्रशंसा तो हुई लेकिन बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन हेल्दी नहीं रहे। 3 दिसंबर को प्रदर्शित हुई ‘तड़प’ ने प्रदर्शन के नौवें दिन तक 23 करोड़ से अधिक का व्यवसाय किया है। हालाँकि फिल्म का बजट मात्र 30 करोड़ बताया जा रहा है। बजट के अनुसार तो तड़प ने ठीकठाक व्यवसाय किया है और कुछ दिनों में वह लागत वसूल कर कुछ लाभ तो कमा ही लेगी।
आयुष्यमान खुराना की फिल्म ‘चंडीगढ़ करे आशिकी’ विगत शुक्रवार को ही प्रदर्शित हुई है। फिल्म का बजट लगभग 40 करोड़ है। आयुष्यमान की फॉलोइंग को देखते हुए लाभ कमाना मुश्किल नहीं दिखता लेकिन बॉक्स ऑफिस कलेक्शन बहुत ढीले हैं। इसने अपने ओपनिंग वीकेंड में मात्र 12 करोड़ बटोरे हैं। फिल्म का विषय दर्शकों को उतना रास नहीं आया है इसलिए इस बार आयुष्यमान के खेमे में खुशियां बरसेंगी, इसके आसार कम ही दिखाई देते हैं।
17 दिसंबर को सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘पुष्पा’ का पहला भाग प्रदर्शित होने जा रहा है। हिन्दी पट्टी में इसे जबर्दस्त प्रतिसाद मिलने की संभावनाएं बलवती हैं। इसके बाद 24 दिसंबर को अक्षय कुमार, सारा अली खान और धनुष की ‘अतरंगी रे’ प्रदर्शित होने जा रही है। इसी दिन भारत की पहली विश्वकप जीत पर बनी ’83’ भी प्रदर्शित होगी। निश्चित ही पुष्पा, अतरंगी रे और 83 में बड़ा घमासान होगा। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अल्लू अर्जुन बाकी की दोनों हिन्दी फिल्मों के लिए बड़ा ख़तरा बनकर उभरेंगे।