दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में शुमार आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। मंदिर के पूर्व मुख्य पुजारी रमण दीक्षितुलू ने प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर मंदिर के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के साथ मंदिर के 50 हजार करोड़ लूटने का आरोप लगााया है। उन्होंने कहा है कि चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में मंदिर के गठित तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के माध्यम से मंदिर कोष से हजारों करोड़ रुपये निकालने के अलावा मंदिर के कीमती आभूषण गुप्त ठिकानों में छिपा दिया है।
#TirupatiControversy | MASSIVE| WATCH: Ex-head priest of Tirupati temple claims temple wealth, jewels looted by AP CM Chandrababu Naidu and TTDhttps://t.co/9rDeDaD3EH
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मुख्य बिंदु
* मंदिर के पूर्व पुजारी ने आंध्र प्रदेश के सीएम पर लगाए भ्रष्टाचार के कई आरोप, मंदिर के कीमती आभूषण छिपाने का आरोप
* भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की आगवानी कर उन्हें मंदिर में हो रहे भ्रष्टाचार से अवगत कराने पर मुख्य पुजारी पद से हटाया
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा और तेलुगू देशम पार्टी के बीच छिड़ी राजनीतिक लड़ाई का भुगतान उन्हें भुगतना पड़ा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के मंदिर दौरा के दौरान उनकी आगवानी करने तथा मंदिर के रसोई घर के साथ चल रहे भ्रष्टाचार के बारे में अवगत कराने के कारण ही उन्हें मुख्य पुजारी पद से बलात हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर में जितने भ्रष्टाचार हो रहे हैं उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू हैं क्योंकि मंदिर में जो कुछ हो रहा है वह सीधे मुख्यमंत्री के नियंत्रण में हो रहा है। उन्होंने कहा है कि टीटीडी राज्य सरकार का एक ब्रांच ऑफिस है, इसके सारे सदस्यों को सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री ही नियुक्त करते हैं।
Should there be a CBI probe into #TirupatiControversy? pic.twitter.com/m6UE0O9DKi
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कर्नाटक का नाटक अभी ठीक से थमा भी नहीं था कि उसके पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ है जो सीधा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से जुड़ा है। पूर्व पुजारी का कहना है कि मंदिर के पवित्र किचन का उपयोग पिछले एक हजार सालों से अनवरत मंदिर में आने वाले भक्तों को देने के लिए प्रसाद तैयार करने के लिए किया जाता है। यह किचन इतने दिनों में आज तक एक दिन के लिए भी कभी बंद नहीं हुआ। लेकिन पिछले साल 8 दिसंबर को यह किचन बंद था। हालांकि इसकी जानकारी मुझे देनी चाहिए थी, लेकिन मुझे नहीं दी गई। लेकिन जब बाद में मैं किचन देखने गया तो उसे देखकर दंग रह गया। क्योंकि वहां कि स्थित ऐसी थी जैसे बड़ा भूकंप आया हो। दीवारों से ईंटें हटाई हुईं थी, और फर्श भी खुदा हुआ था। तभी मैंने कार्यकारी अधिकारी को बुलाया। उन्होंने कहा कि रसोई घर में आभूषणों के ढेर लगे थे। ऐसा लगा कि इनमें से अपने मतलब के कुछ गहने छांटे गए हों।
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जब उनसे पूछा गया कि आप कैसे किसी पर मंदिर की संपत्ति लूटने का आरोप लगा सकते हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिस समय मंदिर के किचने की खुदाई हुई थी, ठीक उसी समय मुख्यमंत्री नायडू के निर्देश पर आंध्र प्रदेश के एक प्राचीन किले में खुदाई हुई थी, हालांकि यह खुदाई खनिज की खोज के नाम पर हुई थी लेकिन सचाई ये है कि यह खुदाई तिरुपति मंदिर का खजाना छिपाने के लिए हुई थी। इससे संबंधित खबरे प्रकाशित भी हो चुकी हैं और सभी को इसके बारे में मालूम भी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह काम मंदिर के अधिकारियों के अलावा कोई और कर भी नहीं सकता है।
#TirupatiControversy | Chandrababu Naidu's lust for money and power is evident: Jaganmohan Reddy over damaging charges against Naiduhttps://t.co/s1V7cgzb10
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पूर्व मुख्य पुजारी ने कहा कि अभी टीटीडी प्रदेश सरकार के एक ब्रांच ऑफिस के रूप में काम करता है। इसके सारे अधिकारी और मंदिर में काम करने वाले सारे स्टाफ की नियुक्त प्रदेश सरकार या यूं कहें कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू स्वयं करते हैं। उन्होंने मंदिर में अपने समुदाय और अपने लोगों को भर रखा है। उन्होंने आरोप लगया है कि सरकारी योजनाएं चलाने के लिए मंदिर से सौ करोड़ रुपये लूटे गए हैं और इसके लिए सिर्फ चंद्रबाबू नायडू जिम्मेदार हैं।
अपने साक्षात्कार के दौरान दीक्षितुलू ने कहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की आगवानी करने के कारण ही मुझे निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में शिष्टाचार के नाते हमें मंदिर में आने वाले प्रसिद्ध लोगों का स्वागत करना होता। इसमें देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री शामिल हैं। ऐसे में अगर मैने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का स्वागत किया और उन्हें मंदिर के रसोई घर दिखाने के साथ यहां होने वाले भ्रष्टाचार से अवगत कराया तो क्या गुनाह किया। लेकिन शाह से मिलने की सजा मुझे दी गई।
I have decided after seeing the grossly illegal exercise of power of TTD in sacking the Head Priest Ramana Dikshitalu. Hence I will move the SC for quashing the sacking and seek also a Court monitored CBI investigation into the financial misappropriation of Temple funds by TTD
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 21, 2018
मालूम हो कि आंध्र प्रदेश स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर दुनिया में सबसे धनी मंदिरों में से एक है। यहां हर साल लाखों भक्त और श्रद्दालु बालाजी के दर्शन करने आते हैं। इस मंदिर की आमदनी का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि बाला जी को चढ़ने वाले आभूषण के अलावा प्रति दिन तीन करोड़ रुपये नकद चढ़ते हैं।
URL: Andhra Pradesh Chief Minister Chandrababu Naidu accused of robbing 50 thousand crore from Tirupati temple
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