अर्चना कुमारी। बॉर्डर पार से हथियारों के तस्करी करने को लेकर स्पेशल सेल ने हथियार तस्करों ओवैस ,अदनान, और अफ़रोज़ को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से 12 सेमी आटोमेटिक पिस्टल जिगना, बेरेटा और स्लोवाकियन पिस्टल्स बरामद कर लिया है। इसके अलावा हथियार की तस्करी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला सामान, आई 20 कार, होंडा ऐक्टिवा स्कूटी, नेपाली सिम कार्ड और विदेशी करेंसी पकड़ा गया ।
इन तस्करों का नेटवर्क भारत के अलावा पाकिस्तान, दुबई और नेपाल तक भी फैला हुआ है। सूचना मिली कि तस्करी गैंग का सदस्य औवेस उर्फ शमशाद दिल्ली में अपने सहयोगियों को हथियारों की एक बड़ी खेप देने के लिए शांति वन के सामने, घाटा मस्जिद के पास आएगा। जिसके बाद ओवैस उर्फ शमसाद को एक आई-20 कार में पकड़ा गया और उसके कब्जे से जिगाना और स्लोवाकियाई पिस्तौल सहित 10 सेमी आटोमेटिक पिस्टल बरामद किए गए।
इनसे पुछताछ के दो और तस्करों को गिरफ्तार किया गया । पता चला कि ये अंतर्राष्ट्रीय हथियार तस्करी नेटवर्क के सक्रिय सदस्य है। जिसका बॉस पहले शाबाज़ अंसारी था, जो बुलंदशहर, यूपी का रहने वाला है। उसके नेटवर्क का इस्तेमाल लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों की खरीद के लिए भी किया था। शहबाज़ की गिरफ्तारी के बाद औवेस उर्फ शमसाद ने हथियारों की तस्करी की ज़िम्मेदारी ली । उसका साथी अदनान दुबई में अपने कांटेक्ट से बात करता और हथियारों का आर्डर देता ।
उन्हें एक पिस्टल 2 -3 लाख में पड़ती थी, फिर वे उसे यूपी, दिल्ली, राजस्थान के गैंगस्टर को 7 से 8 लाख में बेचते थे। पकड़ा गया अदनान 7वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और हजरत निज़ामुद्दीन इलाके में एक होटल चलाता है। वह अपने दूर के रिश्तेदार शाहबाज़ की भव्य जीवनशैली से प्रभावित था।
शाहबाज़ का मामा अनवर कमाल, जो दुबई में रहता है, वो भी अवैध हथियारों की तस्करी में है। अदनान ने अनवर कमाल के साथ मिलकर अवैध हथियारों की तस्करी की साजिश रची। अनवर कमाल के रिश्तेदार पाकिस्तान में हैं, जिनकी मदद से वह हवाई रास्ते से नेपाल में हथियारों की डिलीवरी काम करता था।अफ़रोज़ ने तीसरी कक्षा तक पढ़ाई की है और सिलाई का काम करता है। वह अदनान का बचपन का दोस्त है।