हिंदू देवी देवताओं को लेकर आये दिन सोशल मीडिया पर तथाकथित बुद्धिजीवी बकवास करते रहते हैं, लेकिन कुछ नहीं होता क्योंकि हिंदू असहिष्णुू होते हैं। परंतु मोहम्मद साहब पर बेंगलुरु में एक पोस्ट क्या डाला गया ,पूरा बेंगलुरु जलने लगा।
हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई जबकि 100 से अधिक लोग जख्मी हुए।
अभी पूरे शहर में हालात तनावपूर्ण है। कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है लेकिन पुलिस का दावा है कि उपद्रवियों पर नकेल कसने के लिए लगातार धरपकड़ की जा रही है।
दरअसल मंगलवार की रात करीब नौ बजे पूर्वी बेंगलुरु के केजी हल्ली, डीजे हल्ली और पुल्केशी नगर में जमकर दंगे और आगजनी हुए। उससे पहले करीब सात बजे एक हजार से अधिक मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ ने विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास और डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन को घेर लिया और तोड़फोड़ शुरू कर दी।
भीड़ में शामिल उत्तेजित लोगों का आरोप था कि विधायक के भांजे पी नवीन ने पैगम्बर मुहम्मद को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट किया है। कुछ ही देर में देखते देखते भीड़ ने आगजनी शुरू कर दी। बवाल इतना बढ़ गया था कि उपद्रवी भीड़ ने अल्लाह -हू -अकबर का नारा लगाते हुए विधायक के घर, थाने तथा कई कारों को आग की हवाले कर दिया।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को समझाने- बुझाने का प्रयास किया। लेकिन उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जान लेने पर आमादा उपद्रवियों ने कवरेज कर रहे पत्रकारों तथा कई पुलिसवालों को जमकर पिटाई कर दी।
बाद में हालात बेकाबू होने पर रात 12 बजे के बाद पुलिस को बचाव में फायरिंग करनी पड़ी। इस फायरिंग में 3 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त समेत एक सौ से अधिक लोग जख्मी हुए। जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए ले जाया गया।
रात लगभग 2 बजे स्थितियां कुछ हद तक काबू हुईं और मौके पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाकर करीब डेढ़ सौ उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया गया। इस बीच शहर में धारा 144 लागू कर दी गई जबकि डीजे हल्ली और केजी हल्ली दोनों थाना इलाकों में कर्फ्यू घोषित किया गया है।
बताया जाता है कि कांग्रेस विधायक श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार पी नवीन ने फेसबुक पर कोई विवादास्पद पोस्ट किया था। बाद में पोस्ट डिलीट भी कर दी गई। विधायक के भांजे ने कोई फेसबुक पोस्ट नहीं लिखने का दावा करते हुए बयान दिया कि उसका फेसबुक एकाउंट हैक किया गया और जो भी आपत्तिजनक बातें लिखी गईं, उससे उसका कोई संबंध नहीं है।
बावजूद इसके कथित भड़काऊ पोस्ट को लेकर बड़ी संख्या मुस्लिम उपद्रवियों ने विधायक श्रीनिवास मूर्ति के बेंगलुरू स्थित आवास पर धावा बोल दिया साथ ही आरोपी पर कार्रवाई को लेकर स्थानीय थाने को घेर लिया। इस दौरान अल्लाह हू अकबर के नारे लगते रहे और बड़ी संख्या में मुसलमान इकट्ठे होकर गए विधायक से उनके रिश्तेदार को भीड़ के हवाले करने को कहा।
बाद में कुछ ही देर में विरोध प्रदर्शन और उग्र हो गया तथा मुसलमान नारेबाजी करते हुए आगजनी शुरू कर दी। जब आग बुझाने के लिए दमकल को गाड़ियाँ पहुँची तो दंगाइयों ने उन्हें अपना काम करने से रोक दिया जिससे दमकल कर्मियों को आग बुझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। विधायक के घर, स्थानीय थाने और विधायक के आवास के बगल में बन रही उनकी एक निर्माणाधीन इमारत को निशाना बनाते हुए देर रात तक हंगामा चला।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस सब देखती रही और उसने कुछ नहीं किया। वो असहाय नज़र आ रही थी। यहाँ तक कि आधी रात के बाद भी पुलिसकर्मी दंगाइयों से काफी कम संख्या में थे।
बाद में अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाकर हालात को इसी तरह काबू किया गया। इस बीच चामराजपेट के विधायक जमीर अहमद खान डीजेहल्ली पुलिस स्टेशन पहुंचे और विधायक के रिश्तेदार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
जमीर अहमद ने मीडिया से कहा कि समुदाय के लोग बेहद नाराज हैं और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो रही है। मैं शिकायत दर्ज करने के लिए हमारे समुदाय के मजहबी नेताओं के साथ पुलिस स्टेशन आया हूं। हम बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान विधायक श्रीनिवास मूर्ति ने एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि उनकी बहन के बेटे की लिखी एक फेसबुक पोस्ट वायरल हुई है और उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। पोस्ट में कहीं गई कुछ बातों को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बताया गया है। विधायक ने बताया कि उन्होंने पुलिस से आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले अपने भांजे को गिरफ्तार करने को कहा है।
इस बीच बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर कमल पंत का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा जिन लोगों ने भी दंगे किए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
उधर कर्नाटक के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि लोग कानून को अपने हाथ में नहीं लें। तोड़फोड़ किसी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि कोई कितना भी रसूखदार क्यों न हो, जो भी जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दलित मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार हर संभव कार्रवाई कर रही है। पत्रकारों, पुलिस और जनता पर हमला अस्वीकार्य है। सरकार ऐसे उकसावों और अफवाहों को बर्दाश्त नहीं करेगी। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं सबसे बड़ा ताज्जुब तो यह है कि कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम तुष्टिकरण में अपने ही नेता को अकेला छोड़ दिया है।