अर्चना कुमारी । चाइनीज एप से रहें सावधान, क्योंकि देश भर के लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि सस्ते लोन के नाम पर हो रही ठगी और करीब 300 करोड़ के धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ। दरअसल यह गिरोह अपने ऐप के जरिए जरूरतमंदों को लोन देता है।
लेकिन इसके बाद लोन लेने वाले व्यक्ति की परिवारिक सदस्यों की अश्लील फोटो के जरिए वसूली का खेल किया जाता। उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि उत्तराखंड से चाइनीज ऐप से हो रहे बड़े घोटाले का मामले सामने आया । यहां सस्ते लोन देने के नाम पर लोगों के साथ 300 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया गया, इस तरह के धोखाघड़ी रैकेट में कई चीनी व्यक्ति शामिल है ,जो अपने अकाउंट में पैसे मंगवाते थे ।
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब देहरादून के एक दंपत्ति से ₹1700000 ठग लिए गए थे। डिजिटल के इन दौर में ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और नई तरीके से ठगी का जब मामला संज्ञान में आया तब इस रैकेट का पर्दाफाश किया गया। उत्तराखंड की साइबर सेल ने सस्ते लोन के नाम पर मामले का मुख्य आरोपी अंकुर ढींगरा को हरियाणा के गुरुग्राम ऑफिस से गिरफ्तार कर लिया गया है।
वह उत्तम नगर के मोहन गार्डन का रहने वाला है और पुलिस का कहना है कि भारत में चाइनीस ऐप के जरिए हो रहे धोखाधड़ी का वह मास्टरमाइंड था। इसके कब्जे से लैपटॉप, मोबाइल आधार कार्ड और पैन कार्ड तथा हार्ड डिस्क तथा कई अन्य सामान जप्त किया गया है। इस बारे में उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि पुलिस ने एक चाइनीज लोन ऐप के बड़े घोटाले का भंडाफोड़ किया है। ये सस्ते लोन के नाम पर ठगते थे।
ये लोगों को मैसेज कर अपना एप डाउनलोड करवाते थे और परमिशन लेकर उनको ब्लैकमेल करते थे। प्राथमिक जांच में हमारे सामने 300 करोड़ का घोटाला सामने आया है और आगे मामले की जांच जारी है। अशोक कुमार ने आगे बताया कि ऐसी कई चाइनीज ऐप्स हैं, जिनके द्वारा घोटाला हो रहा है। उत्तराखंड में ही 200 से अधिक शिकायतें आई हैं। हमने दिल्ली निवासी एक अभियुक्त अंकुर ढिंगरा को पकड़ा है। इसके लैपटॉप में हमें 300 करोड़ का लेन-देन मिला है।
आगे की जांच में और भंडाफोड़ होगा। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार, मामले का मुख्य आरोपी ऐप के द्वारा लोन देने वाली Hector Landkaro Private Limited कंपनी का डायरेक्टर है। आरोपी ने चीनी भाषा बोलना और लिखना सीख लिया। इसके बाद लोगों के साथ ठगी करने लगा।
कहा जा रहा है कि कंपनी को हांगकांग से चलाया जा है और उन्होंने देशवासियों से कहा है कि अपने बैंक अकाउंट की जानकारी फोन या ऑनलाइन किसी के साथ भी साझा न करें। किसी भी तरह के संदिग्ध ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें। अनजान व्यक्ति के साथ ओटीपी शेयर न करें। फ्री वाईफाई के नाम पर इन दिनों काफी फ्रॉड हो रहे हैं। ऐसे में पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल करने से बचें।