अर्चना कुमारी। भारत और कनाडा के रिश्ते तल्ख हो रहे है और इस बीच बिगड़ते रिश्तों के बीच विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि कनाडा आतंकवादी गतिविधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बन गया है जबकि उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के बारे में सोचने की जरूरत है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने प्रेस वार्ता कर कहा हमने कनाडा की धरती पर आतंकवादी गतिविधियों के बारे में उनसे बहुत विशिष्ट जानकारी साझा की है लेकिन कनाडा ने कोई विशेष जानकारी भारत के साथ शेयर नहीं की । आतंकवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा मुद्दा कनाडा और पाकिस्तान द्वारा वित्त पोषित और समर्थित आतंकवाद है और अगले आदेश तक कनाडा के लिए वीजा सर्विस निलंबित रहेगी।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि कनाडाई सरकार के सभी आरोप राजनीतिक हैं,कोई विशेष जानकारी भारत के साथ नहीं शेयर की गई ।हम इस मामले पर विशेष जानकारी से अवगत होना चाहते हैं। इस बीच कनाडा के नागरिकों के वीजा आवेदनों की प्रारंभिक जांच के लिए भारत द्वारा नियुक्त एक निजी एजेंसी ने ‘‘संचालनात्मक वजहों’’ से अपनी वेबसाइट पर बृहस्पतिवार को सेवाओं के निलंबन से संबंधित नोटिस जारी किया और कुछ घंटों बाद ही इसे हटा लिया लेकिन फिर दोबारा नोटिस लगा दिया।
एजेंसी ‘बीएलएल इंटरनेशनल’ ने स्टॉक एक्सचेंज को भी सूचित किया कि उसने कनाडा में भारत की वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कंपनी की वेबसाइट के कनाडा पृष्ठ पर जारी नोटिस में लिखा हुआ है, भारतीय मिशन से महत्वपूर्ण नोटिस। संचालनात्मक वजहों से 21 सितंबर 2023 से भारतीय वीजा सेवाओं को अगले नोटिस तक निलंबित कर दिया गया है।
अगली जानकारी के लिए कृपया बीएलएस की वेबसाइट के संपर्क में रहें।’’ सूचीबद्ध कंपनी ‘बीएलएस इंटरनेशनल सर्विसेज लिमिटेड’ ने स्टॉक एक्सचेंस को यह भी बताया कि इस कदम का उसके वित्तीय मामलों पर बहुत मामूली असर होगा क्योंकि ‘‘कनाडा वीजा जारी करने के कारोबार का बीएलएस इंटनेशनल के कुल वाषिर्क राजस्व पर दो प्रतिशत से भी कम का योगदान है।’