अर्चना कुमारी। उडुपी के एक पैरामेडिकल कॉलेज में शौचालय वीडियो मामले में अपनी जांच का पहला चरण पूरा कर लिया है। सीआईडी के पुलिस उपाधीक्षक अंजुमला नायक के नेतृत्व में जांच दल ने पहले ही उडुपी में ‘नेत्र ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज‘ नामक पैरामेडिकल कॉलेज से साक्ष्य एकत्र कर लिए हैं।
इसके अलावा सीआईडी की टीम ने पीड़िता, आरोपियों और कॉलेज प्रबंधन के प्रतिनिधियों के बयान दर्ज कर लिए । तीन मुस्लिम छात्राओं पर कॉलेज के शौचालय में मोबाइल फोन के जरिए अपनी सहपाठी का वीडियो बनाने का आरोप है। 19 जुलाई को हुई इस कथित घटना को लेकर विवाद खड़ा हो गया और राज्य के प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसके पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच की मांग की है।
हालांकि, पीड़िता ने इस घटना पर औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज नहीं कराई है, लेकिन उडुपी पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया और इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक स्तर की जांच शुरू की गई। बाद में भाजपा द्वारा विरोध जारी रखने के बाद मामला सीआईडी को सौंप दिया गया।
आठ अगस्त को यहां पहुंची सीआईडी टीम ने घटनास्थल पर जांच की तथा पीड़िता, कॉलेज प्रशासन से जुड़े लोगों और आरोपी छात्राओं के बयान दर्ज किए। इसके अलावा सीआईडी टीम ने उंगलियों के निशान एकत्र किए और सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला।
सीआईडी के अधिकारियों ने बेंगलुरु से मोबाइल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) टीम से तीन मोबाइल एफएसएल रिपोर्ट भी प्राप्त की। जांच अधिकारी अब आरोपी छात्राओं से जब्त किए गए तीन मोबाइल फोन के बारे में हैदराबाद की फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।