अर्चना कुमारी। मणिपुर के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कुकी नेशनल फ्रंट के स्वयंभू व कमांडर इन चीफ मंगखोलम किपजेन उर्फ डेविड किपजेन को दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार किया गया । इसके खिलाफ मणिपुर के विभिन्न थानों में पुलिसकर्मियों से हथियार छीनने, लूटपाट, फिरौती के लिए अपहरण, फायरिंग, रंगदारी, डकैती आदि के 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
हैरत की बात यह है कि मणिपुर पुलिस की डर से देश की राजधानी में छिपने के लिए भागकर आ गया था और दिल्ली से अपने संगठन को चला रहा था। पूछताछ में पता चला है कि मंगखोलम मणिपुर के जिला कंगपोकपी का रहने वाला है। इसके पास मणिपुर में उग्रवादियों का बड़ा नेटवर्क है।
इसके गिरोह के सदस्य मणिपुर में आए दिन उग्रवादी हरकत करते रहते हैं और इन दिनों यह उग्रवादी मणिपुर में सड़कों व अन्य प्रतिष्ठानो के निर्माण में शामिल कंपनियों के कर्मचारियों को फिरौती के लिए अपहरण करने की सजिश रच रहा था ताकि उनसे मोटी रकम वसूल सके। इस बीच स्पेशल सेल को 19 सितंबर की सुबह सूचना मिली कि मणिपुर के एक उग्रवादी संगठन का स्वयंभू कमांडर इन चीफ सेक्टर 7 द्वारका में किसी से मिलने आने वाला है।
इस तरह के जानकारी के बाद पुलिस टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ से पता चला कि वह सातवीं पास है लेकिन फराटे दार अंग्रेजी बोलता है। 2018 में वह उग्रवादी संगठन ज्वाइन किया था और फिर रंगदारी, लूटपाट व डकैती आदि आपराधिक वारदात करने लगा।
मणिपुर का कुख्यात बन जाने के बाद उसने जून 2020 में उग्रवादियों का अपना नया संगठन बना लिया और पुलिस कर्मियों से हथियार छीनने, फिरौती के लिए अपहरण, उगाही आदि संगीन आपराधिक वारदात करने लगा। बताया जाता है कि पिछले साल 12 दिसंबर, 2020 की रात उसने साथियों के साथ मिलकर अत्याधुनिक हथियारों से कांगवई पुलिस चौकी, जिला चुराचांदपुर, मणिपुर के दो संतरियों पर हमला कर अपहरण कर लिया था और उनकी एक सर्विस राइफल इंसास लूट लिया था।
बाद में ही मामले में मणिपुर पुलिस ने इसके 8 साथियो को गिरफ्तार कर लिया था लेकिन यह आरोपी फरार चल रहा था। उस समय उसके साथियों के कब्जे से 6 अवैध हथियार व लूटी गई सरकारी इंसास राइफल बरामद कर लिया गया ।
इसी साल 18 फरवरी को इसने साथियों के साथ मिलकर फिरौती के लिए कालापहाड़, चुराचांदपुर, मणिपुर से एक नेपाली नागरिक टिक्कराम रिजाल का अपहरण कर लिया था। इस मामले में हैपी गांव के हाओपिलुन किपगेन और पश्चिम सेल्सी गांव के लालखोहाओ को गिरफ्तार किया गया । इनमें से हाओपिलुन किपगेन (20 वर्ष) मंगखोलम किपजेन का छोटा भाई है। इतना ही नहीं इसका इतना मणिपुर में खौफ है कि
13 सितंबर को कुकी के काला दिवस, ‘संहिता नी’ के दिन केएनएफ ने राज्य में वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने और सभी प्रशासनिक कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की घोषणा की थी।
इस समूह ने कांगपोकपी जिले के चम्फाई इलाके में नेशनल हाई 2 के किनारे एक ट्रक की आवाजाही देखी और बंद के आह्वान का उल्लंघन करने पर गोलियां चला दीं। मांगखोलम किपगेन ने प्रेस नोट जारी कर घटना की जिम्मेदारी ली थी और मणिपुर पुलिस ने जब उसकी तलाश शुरू की तब बाद में दिल्ली भाग गया था लेकिन अब उसे पकड़ लिया गया है।