अर्चना कुमारी। मेवात दंगों को लेकर जहां आम आदमी पार्टी के नेता जावेद के खिलाफ प्रदीप शर्मा नामक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ है वहीं कांग्रेसी स्थानीय विधायक मामन खान पर मुस्लिमों को भड़काने का आरोप है। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के पीछे जिहादी गैंग गोरक्षक मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी को जिम्मेदार ठहरा रही है जबकि मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर बृजमंडल शोभायात्रा में शामिल होने की बात कही थी और आम हिंदुओं से अधिक से अधिक इस यात्रा में शामिल होने की अपील की थी।
इस पर कांग्रेसी विधायक ने कहा था कि मोनू मानेसर यदि वहां पहुंचा तो उसे प्याज के छिलकों की तरह छील लेंगे। सवाल उठता है कि अगर मोनू यात्रा में शामिल ही नहीं हुआ तो फिर हिंसा क्यों हुई। दरअसल मोनू मानेसर मुद्दा था ही नहीं, बल्कि उसके बहाने मुस्लिम विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। इस दंगे की पृष्ठभूमि पहले ही तैयार कर दी गई थी और इसकी तैयारी भी की गई थी।
खुलासा हुआ है कि फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के विधायक मामन खान ने मोनू मानेसर का नाम लेते हुए भड़काने वाला बयान दिया था। इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक जावेद अहमद ने आग में घी डालने का काम किया। पुलिस की एफआईआर के अनुसार, उसने नूंह में दंगाई भीड़ से कहा- उसे मार डालो, मैं सब संभाल लूंगा’।
एफआईआर से पता चलता है कि कैसे आम आदमी पार्टी के नेता जावेद अहमद ने नूंह हिंसा के दौरान प्रदीप कुमार को मारने के लिए मुस्लिम भीड़ को उकसाया था। इससे पहले दिल्ली दंगों को लेकर भी कांग्रेस की नेता इशरत जहां तथा आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन गिरफ्तार हो चुका है।
बताया जाता है, दिल्ली में 2020 में हुए दंगे में आप पार्टी नेता ताहिर हुसैन ने दंगाइयों का नेतृत्व किया था और अब नूंह हिंसा में उसके नेता जावेद अहमद ने दंगाई भीड़ का नेतृत्व किया। हरियाणा के स्थानीय लोगों का कहना है कि दिल्ली में जैसे ताहिर हुसैन था वैसे ही मेवात में मामन खान और जावेद अहमद खान है।ऐसे दंगाई को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के लिए बीजेपी ने फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के विधायक मामन खान को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी नेता रमनीक सिंह मान ने उनके विधानसभा में बोलते हुए वीडियो ट्वीट किए। कांग्रेस विधायक मामन खान का यह वायरल वीडियो इसी साल फरवरी महीने का है। उस वक्त हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र चल रहा था। मामन खान ने विधानसभा में गुरुग्राम के गौरक्षक मोनू मानेसर पर सवाल खड़े किए और गुंडागर्दी का आरोप लगाया।
इस दौरा मामन खान की भाजपा के पटौदी से विधायक सत्यप्रकाश जरावता से बहस हुई। जिसके बाद मामन खान ने विधायक जरावता और मोनू मानेसर को मेवात आने की चुनौती दी। इसी दौरान वह कुछ आपत्तिजनक बातें भी बोल गए थे। कुल मिलाकर नूंह हिंसा की बुनियाद उन्होंने फरवरी में रख दी थी और मुसलमानों को भड़काने का काम किया था। आप नेता जावेद के बारे में बताया जाता है कि उसने कहा- ‘उसे मार डालो, मैं सब संभाल लूंगा’
नूंह हिंसा में 31 जुलाई 2023 को बजरंग दल के सदस्य अभिषेक राजपूत के साथ दो होम गार्ड और शक्ति सैनी नामक एक मिठाई निर्माता की मौत हो गई थी। मुसलमानों द्वारा की गई इस बर्बरता का शिकार हुआ, वह प्रदीप कुमार नाम का बजरंग दल कार्यकर्ता था। एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार, प्रदीप कुमार को नलहर मंदिर से सुरक्षित बचाया गया, जहां कई हिंदू खुद को इस्लामी भीड़ से बचाने के लिए छिपे हुए थे, और नूंह पुलिस लाइन में लाया गया।
हालांकि, जिहादियों ने 1 अगस्त 2023 को उनकी बेरहमी से हत्या कर दी, जब वह पुलिस स्टेशन से लौट रहे थे। प्रदीप कुमार की हत्या में दंगाई भीड़ का नेतृत्व नेता जावेद अहमद कह रहे थे। उसने भीड़ कहा था- ‘उसे मार डालो, मैं सब संभाल लूंगा’। एफआईआर से पता चलता है कि कैसे जावेद अहमद ने नूंह हिंसा के दौरान प्रदीप कुमार को मारने के लिए मुस्लिम भीड़ को उकसाया था।
प्राथमिकी बजरंग दल के एक अन्य कार्यकर्ता पवन कुमार द्वारा दर्ज की गई थी, जो प्रदीप कुमार के साथ थे जब उन पर हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई।पवन कुमार ने अपनी शिकायत में जावेद अहमद नामक व्यक्ति को मुख्य आरोपी बताया है। उन्होंने कहा कि भीड़ ने जावेद अहमद के आदेश पर प्रदीप कुमार और उनके साथ आए बजरंग दल के अन्य सदस्यों पर जानलेवा हमला किया