अर्चना कुमारी। भोपाल में दिल दहला देने वाली घटना हुई और बताया जाता है कि एक ही परिवार के 4 लोगों ने सुसाइड कर लिया । सूत्रों की माने तो ऑनलाइन कर्ज में डूबा परिवार परेशान चल रहा था और कंपनी ने लैपटॉप हैक कर अश्लील वीडियो वायरल किए, जिसके चलते यह घटना हुई।
भूपेंद्र विश्वकर्मा (38), उनकी पत्नी रितु (35), बेटे ऋतुराज (3) और ऋषिराज (9) के शव उनके घर में मिले। बुधवार देर रात उन्होंने परिवार के साथ सेल्फी ली थी, सुसाइड नोट लिखा और जिंदगी समाप्त कर लिया।भूपेंद्र विश्वकर्मा , उनकी पत्नी रितु , बेटे ऋतुराज और ऋषिराज के शव गुरुवार को उनके घर में मिले। ऐप के जाल में फंसे दंपती ने अपने दो बेटों को जहर देकर मार डाला, फिर सुसाइड कर लिया। दंपती के शव घर में फांसी के फंदे पर लटके मिले। दोनों बेटों को जहर देने की आशंका है।
पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें कर्ज का जिक्र है। बताया जाता है कि रातीबड़ की शिव विहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र विश्वकर्मा कोलंबिया बेस्ड एक कंपनी में ऑनलाइन जॉब करते थे। भूपेंद्र पर काम का प्रेशर और लोन था। कंपनी ने उनका लैपटॉप हैक कर उसमें मिले कॉन्टेक्ट पर एडिटेड अश्लील वीडियो वायरल कर दिए थे। इससे परेशान भूपेंद्र ने अपनी पत्नी रितु के साथ सुसाइड कर लिया।
जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है। 5 सदस्यीय एसआईटी में एडीशनल डीसीपी जोन – 1, एसीपी टीटी नगर , टीआई रातीबढ़ , टीआई टीटीनगर और सायबर क्राइम टीम के दो पुलिस अफसरों को शामिल किया गया है।भूपेंद्र ने तड़के 4 बजे सेल्फी और सुसाइड नोट अपनी भतीजी को वाट्सएप किया था। ।भूपेंद्र के बड़े भाई नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि उसने दोनों बच्चों और पत्नी के साथ देर रात सेल्फी कैप्चर की थी। कोल्ड ड्रिंक (माजा) में सल्फास मिलाकर दोनों बच्चों को पिला दिया।
इसके बाद भूपेंद्र और उसकी पत्नी रितु, बच्चों के पास ही बैठे रहे। जब उन्हें दोनों बच्चों की मौत होने की पुष्टि हो गई, तो भूपेंद्र ने दो दुपट्टे को आपस में बांधकर फंदा बनाया और एक साथ फांसी लगाकर जान दे दी। नरेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि भूपेंद्र के घर से सल्फास के छह पैकेट मिले हैं। उनके साथ साइबर क्राइम हुआ है। उनका मोबाइल और कंपनी से मिला लैपटॉप हैक कर लिया गया। मोबाइल में उनके जितने भी कॉन्टैक्ट नंबर थे, उन पर उनके एडिटेड अश्लील वीडियो और फोटो वायरल कर दिए गए थे।
धमकी देकर पैसों की डिमांड कर रहे थे। 4 से 5 दिन पहले वॉट्सऐप स्टेटस भी डाला था कि मेरे द्वारा ये मैसेज नहीं किया जा रहा है। आप इसे इग्नोर करें। भूपेंद्र के छोटे भाई पंकज का कहना है कि उनसे 17 लाख की डिमांड की गई। कहते थे कि इतने पैसे कहां से दूंगा। भैया ने बताया था कि उन्होंने तीनों बैंक अकाउंट खाली कर दिए। पूरा पैसा निकाल लिया।
7-8 जुलाई को साइबर सेल में शिकायत करने गए थे। साइबर सेल की ओर से उनका सिम और मोबाइल भी शायद एक्सचेंज करा दिया गया था। चाची लीला विश्वकर्मा ने बताया, किसी को कुछ पता नहीं था। बहू ने मुझे बताया था कि कोई 17 लाख रुपए मांग रहा है। कह रहा है नहीं दिए तो घर बर्बाद कर देंगे। बहुत खुशहाल परिवार था। बड़ा बेटा ऋतुराज नीलबड़ स्थित शारदा विद्या मंदिर स्कूल में कक्षा तीसरी में पढ़ता था। छोटा बेटा ऋषिराज की स्कूलिंग अभी शुरू नहीं हुई थी।
बताया जाता है कि 4 पेज के सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा है कि हमारी छोटी सी प्यारी सी फेमिली को किसकी नजर लग गई है। हमारे परिवार के लोगों से हम सबसे हाथ जोड़कर माफी मांगना चाहते हैं। हमसे जुड़े सभी लोग मेरे कारण काफी ज्यादा परेशान हो गए। मेरी एक गलती की वजह से।हम अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जी रहे थे, लेकिन अप्रैल के माह में मुझे एक ऑनलाइन काम के लिए वॉट्सएप पर मैसेज आया। टेलीग्राम पर पुन: ऑफर आया।
थोड़े से पैसे एक्स्ट्रा कमाने के चलते और जरूरत के लिए एक्स्ट्रा वर्क करने के लिए मैं एग्री हो गया। इसके लिए ज्यादा समय भी नहीं देना था, तो मैंने शुरू कर दिया। मुझे शुरू में थोड़ा फायदा तो हुआ, पर धीरे-धीरे एक दलदल में धंसने लगा। थोड़ा सा भी समय मिलता तो मैं उस काम को करने लगता था, काम का लोड इतना ज्यादा हुआ कि मैं अपने काम के साथ इस काम में लगे पैसों का हिसाब नहीं बना पाया और इन पैसों का उपयोग भी घर पर नहीं कर पाया था।
उसके पहले ही मुझ पर काम का दबाव ज्यादा आने लगा। जब मेरे पास पूरे पैसे खत्म हो गए तो कंपनी वालों ने लोन और अग्रीमेंट का कहने लगे। मैंने मना किया, लोन कहां से मिलता पर कंपनी वालों के कहने पर ट्राय किया तो तुरंत लोन मिलता चला गया, जो कि कंपनी में पानी की तरह लगाता रहा।इस काम को शुरू करने के पहले मैंने वेबसाइट चेक करी थी जो ई-कॉमर्स बेस्ड कंपनी है।
यह टीआरपी के लिए काम करवाती है। www.csyonllem.com जो कि 2022 आफ्टर कोविड स्टार्ट कर दिया था। कोलंबिया की थी। पता नहीं था कि इस मोड़ पर आकर खड़े हो जाएंगे कि हमारे पास कोई रास्ता नजर नहीं आएगा।
ऑनलाइन जॉब का शिकार होने के बाद मुझे लगा अब थोड़ा सा और, इसके बाद पैसे मिलते ही मैं सबका लोन क्लियर कर ये सब छोड़ दूंगा, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि इतना सब कुछ हो जाएगा। मुझ पर ऑनलाइन जॉब वालों ने कर्ज इतना कर दिया कि मैं खुद भी हैरान होता चला गया। मैं समझ गया कि मेरे साथ फ्रॉड हुआ है।मुझ पर सिर्फ बात-बात पर पैसे का दबाव बनने लगा, जो कि मैंने अपने लिए नहीं लिए। न ही उन पैसों का उपयोग कर पाया।
कर्ज इतना ज्यादा होता चला गया कि लोन रिकवरी वालों ने धमकाना शुरू कर दिया। लोन वाले मेरा फोन हैक कर उसकी डिटेल निकालकर मेरे सभी रिलेटिव्स, फ्रेंड्स, और कलीग को ब्लैकमेल करने लगे।
धमकाने लगे कि तुम्हारी फोटो गलत-गलत बनाकर अश्लील फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर दूंगा, नहीं तो लोन पे करो। सभी सदस्यों को, परिवार को बदनाम कर दूंगा। मेरी एक गलती की सजा मेरे साथ में रहने वाले कनेक्शन सभी को ब्लैकमेल करने लगे हैं। मैं इस हाल में हूं कि किसी से बात नहीं कर पा रहा, न किसी से नजर मिला पा रहा।
आज मैं अपनी ही नजरों में गिर चुका हूं। ये कोई नहीं समझ पा रहा है।सभी से माफी से माफी मांगता हूं। हमें माफ कर दें। हमारा साथ बस यहीं तक था।हमारी दूसरी इच्छा है कि हमें सामूहिक दाह संस्कार करें। पोस्टमॉर्टम न किया जाए, ताकि हम चारों साथ रहें।