देश की राजधानी में इस साल फरवरी माह में हुए दंगों को लेकर यह खुलासा हुआ है कि दंगों में इस्तेमाल हथियारों को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से मंगवाया गया था। दिल्ली पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए लघु फिल्म निर्माता राहुल रॉय और डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माता सबा दीवान को दिल्ली दंगों के संबंध में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है।
दिल्ली हिंसा में इस बात का पता चल चुका है कि किस तरह सुनियोजित तरीके से यह दंगा कराया गया था। UAPA के तहत गिरफ्तार खालिद सैफी ने दिल्ली पुलिस को बताया है कि दिल्ली में दंगा करवाने के लिए 5 देसी कट्टे मेरठ से खरीदे गए थे और इस एवज में 25,000 रुपये खर्च किए गए थे। पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि आरोपी खालिद सैफी ने बताया कि हथियार खरीदने के लिए रुपए का इंतजाम कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां ने किए थे। जिसके बाद ये हथियार मेरठ से लाए गए थे।
सनद रहे कि आरोपी खालिद सैफी यूनाइटेड अगेंस्ट हेट (UAH) से जुड़ा हुआ है, जिसके अच्छे राजनीतिक संबंध भी हैं। इसी संगठन से रविवार को गिरफ्तार उमर खालिद भी जुड़ा है।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिल्ली हिंसा में मेरठ का नाम पहले भी उजागर हुआ था। पूर्व में हुई पूछताछ में दबोचे गए कुछ आरोपियों ने बताया था कि Anti CAA-NRC प्रदर्शनों में मेरठ के कई दंगाई शामिल हुए थे। दंगा करने के लिए इन्हें विशेष रूप से कुछ दिन पहले ही दिल्ली बुलाया गया था। मेरठ से दिल्ली आए लोग 24 और 25 फरवरी को दंगा में शामिल होकर वापस चले गए थे। अब तक इनकी पहचान नहीं हो पाई है, जिसके चलते उन लोगों की गिरफ्तारी की जानी बाकी है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों में कुछ गैंग की भूमिका को भी लेकर जांच की जा रही है । खासकर नासिर तथा छेनू गिरोह पर नजर रखी जा रही है। पुलिस को शक है कि दंगों के दौरान गैंग से जुड़े गुर्गों द्वारा हथियार सप्लाई किए गए हैं, क्योंकि इस तरह के हथियार दोनों गैंग द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं। इनमें से नासिर गैंग के सरगना अब्दुल नासिर को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है और उससे दिल्ली दंगों को लेकर पूछताछ की गई है ।पूछताछ के दौरान नासिर ने इससे साफ इनकार किया है। उसने पुलिस से कहा है कि दंगों में उसकी कोई भूमिका नहीं थी हालांकि पुलिस टीम उससे पूछताछ कर जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
वहीं दिल्ली दंगों को लेकर बॉलीवुड से भी कई नाम धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। इन लोगों की भूमिका दंगों को लेकर माहौल खराब करने का था। इसमें लघु फिल्म निर्माता राहुल रॉय और डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माता सबा दीवान शामिल है। दिल्ली पुलिस ने दोनों से पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। इनके अलावा अर्थशास्त्री जयती घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक और सामाजिक कार्यकर्ता अपूर्वानंद आदि भी हैं, जिन पर दंगा भड़काने का आरोप है। डीयू के प्रोफेसर अपूर्वानंद से पूछतााछ भी की जा चुकी है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि एंटी-सीएए प्रोटेस्ट को ऑर्गनाइज और अड्रेस करने के संबंध में एक आरोपी के बयान के आधार पर ये नाम सामने आए हैं। इस डिस्क्लोजर स्टेटमेंट को सच्चाई के साथ रिकॉर्ड किया गया है। हालांकि डिस्क्लोजर स्टेटमेंट के आधार पर इन लोगोंं को अभियुक्त नहीं ठहराया जा सकता है, परंतु संदेह के घेरे मेंं आए इन लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा रहा है।
दिल्ली पुलिस की इस आधिकारिक टिप्पणी के बाद सोमवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगे मामले की जांच कर रही स्पेशल सेल ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए लघु फिल्म निर्माता राहुल रॉय और डॉक्युमेंट्री फिल्म निर्माता सबा दीवान को दिल्ली दंगों के संबंध में पूछताछ के लिए समन भेजा है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि कई आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह पता चला कि कई ऐसे लोग हैं जिनकी दिल्ली दंगों में भूमिका रही है लेकिन अभी तक उनके नाम सामने नहीं आए थे। धीरे धीरे जिनके भी नाम उजागर हो रहे हैं उन सबसे पूछताछ की जाएगी।