अर्चना कुमारी। किसान दिल्ली नही आ पाए इसके लिए दिल्ली के सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।सूत्रो ने बताया किसानों के 13 फरवरी को राजधानी आने की सूचना के बाद दिल्ली पुलिस ने उनको आने से रोकने के लिए खास इंतजाम किए हैं। पिछली बार की तरह अधिकारी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं।इसी वजह से किसी भी सूरत में किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जाएगा।
खुद दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा इस पर नजर रखे हुए हैं।पुलिस ने बताया दिल्ली के तमाम बॉर्डर के अलावा सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ज्यादा एहतियात है।यहां पुलिस ने कटीले तारों के अलावा बैरिकेड्स, सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक , कंटेनर और दूसरे अवरोधक लगाए गए हैं। पंजाब और हरियाणा से आने वाले किसान इन दोनों बॉर्डर से राजधानी में प्रवेश के प्रयास कर सकते हैं, इसलिए पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए यहां इंतजाम किए हैं।
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने अस्थायी कार्यालय और कंट्रोल बनाने के अलावा करीब एक किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं। ड्रोन की मदद से एरिया की निगरानी भी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि किसानों ने दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने के लिए पंजाब और हरियाणा में 15 से 20 बार रिहर्सल की है।लगभग सभी जिलों में पुलिस अपने जवानों को मॉक डि्रल करवा रही है। दिल्ली पुलिस के तमाम वरिष्ठ अधिकारी रविवार को भी बैठकें करते रहे। अप्सरा, भोपरा, गाजीपुर, चिल्ला के अलावा बदरपुर बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सिंघु और टिकरी बॉर्डर को सील कर दिया गया है। वहां पर बगैर जांच के किसी भी वाहन को सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। पुलिस सूत्राें का कहना है कि 13 फरवरी को दोनों ही बॉर्डर को बैरिकेडिंंग कर पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।
वैकल्पिक रास्तों से ही वाहन चालक दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे।अकेले सिंघु बॉर्डर पर ही अर्द्धसैनिक बलों की 16 कंपनियों की तैनाती की जा रही है। करीब 3000 से ज्यादा जवान सिंघु बॉर्डर के आसपास तैनात रहेंगे। कुछ ऐसा ही हाल टिकरी बॉर्डर का भी है। बाकी मुकरबा चौक, गाजीपुर, अप्सरा, भोपरा, आनंद विहार, चिल्ला और बदरपुर बॉर्डर पर बैरिकेड्स के अलावा जर्सी बैरियर पहुंचा दिए गए हैं।सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर क्रेन के अलावा जेसीबी को तैनात कर दिया गया। दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर है।