आईएसडी नेटवर्क। मुस्लिम से हिन्दू बने मलयाली फिल्म निर्देशक नरसिम्हन की नई फिल्म को केरल सेंसर बोर्ड ने अटका दिया है। नरसिम्हन की फिल्म ‘Puzha mutual Puzha Vare को सेंसर बोर्ड ने अनुमति देने से इंकार कर दिया है। बहुचर्चित मोपला नरसंहार पर बनी इस फिल्म की रिलीज अब कब और कैसे होगी, कहा नहीं जा सकता है।
केरल के फिल्म निर्माता और निर्देशक नरसिम्हन गत वर्ष दिसंबर में चर्चा में आए थे। उन्होंने अपना धर्म बदलकर नाम नरसिम्हन रख लिया था। धर्म परिवर्तन से पूर्व उनका नाम अली अकबर था। नरसिम्हन के साथ उनकी पत्नी लुसिम्मा ने भी विधिवत सनातन धर्म ग्रहण कर लिया था। उस समय नरसिम्हन ने कहा था कि जहबी कट्टरपंथियों द्वारा सीडीएस जनरल बिपिन रावत की हैलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु होने पर खुशियां मनाई थी और इसी से व्यथित होकर उन्होंने धर्म परिवर्तन का निर्णय ले लिया था।
उस समय नरसिम्हन के इस निर्णय पर देश के नागरिक बंट गए थे। लाखों लोगों ने उनके इस निर्णय का स्वागत किया था। धर्म बदलने के बाद से ही नरसिम्हन केरल की सरकार के निशाने पर थे। उल्लेखनीय है कि सन 1921 में मोपला में मुस्लिमों ने हिन्दुओं का बड़े पैमाने पर कत्लेआम किया था। इस घटना के कई वर्ष बाद तत्कालीन इतिहासकारों ने इस घटना पर पर्दा डालते हुए इसे जमींदारों का विद्रोह बताया था। अब भी इतिहास की किताबों में सच छुपाया जाता है।
नरसिम्हन की फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा रोके जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक पदाधिकारी जे.नंदकुमार ने ट्वीटर पर इस घटना की जानकारी दी है। मोपला में हुए भयंकर नरसंहार की कई घटनाएं इतिहास बताता है। जैसे एक महिला से उसके शिशु को छीनकर उसके सिर के दो टुकड़े कर दिए गए थे। जैसे एक महिला पर कई लोगों ने बलात्कार किया। फिल्म निर्देशक नरसिम्हन की फिल्म में मोपला की सभी घटनाओं को पिरोया गया है।