अर्चना कुमारी पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के पास भूपतिनगर पुलिस थाने में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं के रिश्तेदारों ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के खिलाफ कथित छेड़छाड़ की एक प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दिसंबर 2022 विस्फोट मामले में कथित आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी एजेंसी द्वारा छापेमारी के बाद आईपीसी की धारा 154 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इस घटना में एनआईए का एक अधिकारी घायल हो गया और महिलाओं की भीड़ ने एजेंसी की ड्यूटी कार में तोड़फोड़ की।वर्ष 2022 के 22 दिसंबर को हुए विस्फोट में एक टीएमसी नेता सहित तीन लोग मारे गए थे।
एनआईए पर हमला सुबह करीब 6.10 बजे के आसपास हुआ जब आतंकवाद विरोधी एजेंसी आरोपी मोनोब्रत जना और बलाई चंद्र मैती दो स्थानीय टीएमसी नेताओं के साथ लौट रही थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद एनआईए इस मामले की जांच कर रही है।
एनआईए ने आरोप लगाया कि विस्फोट में शामिल आरोपियों को समन भेजे जाने पर भी जांच के लिये कार्यालय नहीं पहुंचे इसलिए छापेमारी की गई।
पूर्वी मिदनापुर जिला पुलिस ने भी एक प्राथमिकी दर्ज की और एनआईए पर हमले की जांच शुरू की।
एनआईए पर हमले के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इस बीच, टीएमसी महासचिव और पार्टी के डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को आरोप लगाया,‘‘आईएनए और बंगाल के भाजपा के बीच गठबंधन हुआ है जिसमें तृणमूल नेताओं के खिलाफ साजिश रची जा रही है।’
बनर्जी ने एक्स पर कहा,‘‘यहाँ मिलीभगत जारी है, चुनाव आयोग चुप्पी साध कर बैठी है और अपने निष्पक्ष कर्तव्यों को नजरअंदाज कर रही है।’’