अर्चना कुमारी। अवैध रूप से बसे रोहांगिया प्रवासियों को आश्रय प्रदान करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया और कई अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। जम्मू कश्मीर के पुंछ में तीन व्यक्ति और राजौरी में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया जबकि डोडा में 10 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया ।
इसके अलावा जम्मू के विभिन्न थानों में सात प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं। जहां पुलिस के दलों ने दो दर्जन से अधिक स्थानों पर इनके बस्तियों पर छापा मारा और घर-घर जाकर तलाशी ली। जम्मू-सांबा-कठुआ क्षेत्र के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शक्ति पाठक का कहना है कुछ स्थानीय लोगों ने बाहरी अप्रवासियों को बसाने के लिए अपनी जमीन उपलब्ध कराई है। हम इन सुविधा उपलब्ध कराने वाले लोगों की जांच और पहचान कर रहे हैं जो उनकी सरकारी लाभ लेने में भी मदद कर रहे हैं।
‘‘ इस अभियान का नेतृत्व कर रहे पाठक ने कहा कि जम्मू शहर में सात थानों के अधिकार क्षेत्र में लगभग 30 स्थानों की तलाशी ली गई। इससे पहले पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि जम्मू जिले के विभिन्न स्थानों पर तलाशी के बाद सतवारी, त्रिकुटा नगर, बाग-ए-बाहु, चन्नी हिम्मत, नोवाबाद, डोमाना और नगरोटा के थानों में प्राथमिकी दर्ज की गईं।
विदेशी प्रवासियों को आश्रय प्रदान करने और उन्हें सरकारी लाभ दिलाने में मदद करने के आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिलाधिकारियों की मौजूदगी में विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली गई जहां रोंिहग्याओं को ठहराया गया था। इसके साथ ही उन्हें सुविधा प्रदान करने वाले आवासीय स्थानों की भी जांच की गई।
तलाशी के दौरान अवैध रूप से हासिल किए गए भारतीय दस्तावेज जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। पुंछ जिले के धारग्लून गांव में रोहांगिया लोगों का फर्जी आधार कार्ड और राशन कार्ड बनाने के आरोप में तीन लोगों नजीर अहमद गुज्जर, मोहम्मद सयाफ और वसीम अकरम को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि एक अन्य आरोपी लाल दीन को राजौरी जिले में उसके लाम-नौशेरा निवास से गिरफ्तार किया गया। वह वर्तमान में जमानत पर था।