सम्मानपूर्ण यदि जीवन जीना , कानून का शासन पाना होगा ;
कानून का शासन तभी पाओगे ,अच्छी सरकार बनाना होगा ।
अच्छी सरकार बनेगी कैसे ? सत्यनिष्ठ दल लाना होगा ;
एकमात्र दल सत्यनिष्ठ है , उसको ही सत्ता देना होगा ।
धर्मनिष्ठ है – सत्यनिष्ठ है , “एकम् सनातन भारत” दल ;
अबकी बार इसे ही अवसर , सत्य की ये गंगा अविरल ।
विकल्पहीन अब नहीं है हिंदू , भारत को भी मिला विकल्प ;
सदियों तरसा है भारत जिसको , पूरा होगा वो संकल्प ।
आने वाले संसद चुनाव में , विकल्प सभी हिंदू पायेंगे ;
“एकम् सनातन भारत” दल के , प्रत्याशी सभी जगह आयेंगे ।
प्रत्याशी होगा धर्मनिष्ठ , हिंदू का सच्चा प्रतिनिधि होगा ;
कड़ी परीक्षा से गुजरेगा , तब ही वो प्रत्याशी होगा ।
धर्म को पूर्ण समर्पित होगा , निर्भय निडर साहसी होगा ;
चरित्रवान होना ही होगा , पत्नी – बच्चों वाला होगा ।
गुदड़ी के लाल भी ढूँढ लायेंगे , उनको भी सम्मान मिलेगा ;
चरित्रहीन जो पैसे वाला , कोई नहीं पद उसको मिलेगा ।
हिंदू – जनता का पूर्ण समर्थन , यही हमारा सम्बल है ;
हिंदू – हित के लिए बना है , “एकम् सनातन भारत” दल है ।
हिंदू का सहयोग अपेक्षित , सारे हिंदू सहयोग करें ;
जो भी जो कुछ कर सकता है , पार्टी हित में अवश्य करें ।
एक – एक बूंदों से बनता , सागर और महासागर ;
एक – एक वोटों की कीमत , गागर में भरता है सागर ।
सदैव सतर्क हिंदू को रहना , जगह – जगह गद्दार हैं ;
अब्बासी – हिंदू से लाभ पा रहे , जो गुंडों के यार हैं ।
अब्बासी – हिंदू कालनेमि है , केवल नौटंकी करता है ;
हिंदू को धोखा देता आया , हिंदू जिसमें फंसता है ।
अब्बासी-हिंदू को जानना होगा , पूरी तरह इसे पहचानो ;
भेड़ की खाल में छिपा भेड़िया , हिंदू ! इसको अब तो जानो ।
क्या सारे मंदिर तुड़वाने हैं ? तीर्थ-स्थल बरबाद कराने ?
कितने दंगे करवाने हैं ? कितने सर हैं कटवाने ?
हिंदू ! अभी नहीं जागे , तो फिर कभी न जाग पाओगे ;
एक – एक कर मारे जाओगे , जीवित न बच पाओगे ।
जान-माल-सम्मान बचाना , हमको अपना-धर्म बचाना ;
“एकम् सनातन भारत” लाकर, सबसे अच्छी सरकार बनाना ।