‘एकम् सनातन भारत दल‘ की यात्रा से कालनेमियों की मानसिक बौखलाहट बढ़ती जा रही है। धीरे-धीरे इन कालनेमियों के ‘बुर्के’ उतर रहे हैं।
कर्नाटक में हार ने इन कालनेमियों को और भी बौखला दिया है, क्योंकि यूट्यूब और सोशल मीडिया पर बैठकर जो वो हिंदुओं से झूठ बोलते थे, उनको गुमराह करने का प्रयास करते थे, वह पोल पट्टी भी अब खुल गई है! इनके दर्शक व पाठक आम हिंदू नहीं ‘वर्कर हिंदू ‘ हैं, जो It cell के WhatsApp group से यहां भेजे जाते हैं ताकि व्यूअरशिप का लाभ इन्हें पैसे के रूप में मिलता रहे और ये पार्टी की ‘डुगडुगी’ बजाते रहें!
असल में ये लोग कभी भी हिंदू हितैषी नहीं थे, सिर्फ एक पार्टी और संगठन के दलाल थे, जो हिंदुओं को पार्टी व संगठन का गुलाम बनाए रखने के लिए ‘दिहाड़ी’ कर रहे थे। जैसे जैसे भारत व विश्व का हिंदू जागृत होगा तथा पार्टी व व्यक्ति की जगह धर्मनिष्ठ होकर सोचने लगेगा, इन ‘दिहाड़ी कालनेमियों’ की बौखलाहट बढ़ती जाएगी।
एक कालनेमी, जो एक मास्टरस्ट्रोकवादी पत्रकार के चैनल पर दिहाड़ी लेकर हर रात चकल्लस करता है, उसके पोस्ट को सब जगह शेयर करता एक दूसरा कालनेमी #GKP …👇
रंग, रंग के सांप हमारी दिल्ली में,
इन सांपों का क्या कर लेंगे आप हमारी दिल्ली में.?
बहुत दिनों से ऐसे ही कुछ सांपों के एक झुंड पर लिखना चाह रहा था। लेकिन समय नहीं मिल रहा था। आज कुछ समय मिला तो सोचा इन सांपों के दलाली के खेल पर जनमेजयी प्रहार प्रारंभ कर ही दिया जाए।
अगर चीन की चाशनी में तर कांग्रेसी टुकड़ों की भरपेट खुराक़ चाहिए, तो तत्काल “एकम दलालम” की सदस्यता ग्रहण करिए और सोशल मीडिया में यह गंदगी फैलाने में जुट जाइए कि… देश का प्रधानमंत्री मोदी और उसके समर्थक अब्बासी हिंदू हैं। मोदी मुस्लिम तुष्टिकरण में जुटा हुआ है। वो हिन्दुओं को ठग रहा है। हिंदुओं के साथ सनातन धर्म के साथ विश्वासघात कर रहा है।
जल्दी कीजिए, “एकम दलालम” गैंग का जीवन केवल एक वर्ष, मई 2024 के चुनाव तक ही है।
बाबाओं की चमचागिरी, दलाली से लेकर भोजपुरिया नेता की मीडियाई दलाली का “दलाली दफ्तर” तक संभालने वाले मीरजाफरी हिंदु दलालों की टीम गैंग में शामिल होने वाले हर नए मीर जाफरी हिंदू दलालों को मुफ्त ट्रेनिंग देगी।
मीरजाफरी हिंदुओं के गैंग “एकम दलालम” का दलाली मुख्यालय जम्मू में और पॉलिटिकल दलाली का कारपोरेट हेडऑफिस दिल्ली में है।