भारत में बड़ी अच्छी विकेंद्रित शिक्षा व्यवस्था है। लगभग प्रत्येक गांव की अपनी पाठशाला है, जो गांव वाले चलाते हैं। इन पाठशालाओं को जमीन आवंटित है, जिनकी आमदनी से पाठशाला का खर्च निकलता है। इनमें से अनेक पाठशालाओं का स्तर तो हमारे ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज विश्वविद्यालय के बराबर है। पाठशालाओं में शिक्षकों को अच्छा वेतन दिया जाता है।
G.W. Letner, History of Indigenous Education in Punjab: Since Annexation and in 1882.
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