अर्चना कुमारी। हिंदू लड़कियां मुस्लिम प्रेम न छोड़ पा रही और अब गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर-3 में किराए के मकान में लिव इन पार्टनर शाकिब के साथ रहने वाली पिंकी गुप्ता (23) की मौत हो गई, पुलिस ने दावा किया लड़की ने आत्महत्या कर ली लेकिन परिजन हत्या बता रहे है। पड़ोसियों को उसका शव पंखे से लटकता नजर आया और पुलिस को मामले का पता चला।
पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तर कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है, गाजियाबाद के वैशाली में गुरुवार देर रात कमरे में 23 साल की जिम रिसेप्शनिस्ट का पंखे से शव लटका मिला। वह गाजीपुर के एक मुस्लिम युवक के साथ रिलेशनशिप में रहती थी। घटना के बाद आरोपी कमरा बंद कर भाग गया। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर थाने के बाहर शव रख कर हंगामा किया। पुलिस ने समझाकर शव अंतिम संस्कार के लिए भेजा।
जांच में पता चला है, वैशाली में रहने वाली युवती जिम में रिसेप्शनिस्ट थी। वहां दिल्ली गाजीपुर के युवक से उसकी जान पहचान हो गई थी। दोनों 4 साल से वैशाली में एक साथ किराए के कमरे में रहते थे। बृहस्पतिवार रात दोनों ने एक साथ खाना खाया था। इस बीच युवक कमरे को बंद कर बाहर चला गया। देर रात में पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दी।
कमरे में युवती पंखे से लटकी हुई थी। घटनास्थल पर पुलिस पहुंची और शव को नीचे उतारकर कब्जे में लिया। मौके से एक डायरी और युवती का फोन मिला है। परिवार के लोगों ने आरोपी युवक पर हत्या का आरोप लगाया है। उसके बाद थाने पहुंच कर पुलिस को युवक के खिलाफ युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत दी।
कौशांबी पुलिस ने यूपी के भाई की तहरीर पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी। शाकिब को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पूछताछ में शाकिब ने खुलासा किया है कि पिंकी उससे शादी करना चाहती थी, जबकि वह उसके दोस्त की तरह साथ रहना चाहता था। इससे वह तनाव में थी। उसे काफी समझाया लेकिन उसने जिद नहीं छोड़ी। इसी तनाव में उसने जान दे दी।मौके पर सुसाइड नोट में लिखा है, मुझे खुद पर शर्म आती है। तुम्हारे लिए तुम से और खुद से लड़ रही थी।
लोगों ने मुझे बहुत समझाया लेकिन तुम्हारे आगे मुझे कुछ दिखाई नहीं दिया। मैंने अपना धर्म तक बदलने की सोची। तुम्हारी हर चीज स्वीकार करने की सोची। यही सोचती रही कि कैसे भी ये बंदा बस मेरा हो जाए, लेकिन तुम फिर भी नहीं समझे। मुझसे यह सब अब बर्दाश्त नहीं होता… गुड बाय शाकिब, बदायूं निवासी राजू गुप्ता की बड़ी बेटी पिंकी और गाजीपुर के मुस्तफा के बेटे शाकिब के बीच साढ़े चार साल से दोस्ती थी। चार साल से दोनों लिव इन में इसी मकान में रह रहे थे। पिंकी जिम में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी।
उसी जिम में शाकिब भी कर्मचारी था। जिम में ही दोनों में नजदीकी बनी और फिर साथ रहने का फैसला किया। शिवम ने बताया कि शाकिब, उसके पिता और बहनें पिंकी को प्रताड़ित करते थे। मुस्तफा कहता था, तू आत्महत्या कर ले और मेरे बेटे को छोड़ दे। परिजनों ने कौशांबी थाने के बाहर हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि मामला आत्महत्या का नहीं, हत्या का है। आरोप लगाया कि शाकिब ने हत्या करके शव को फंदे से लटकाकर आत्महत्या का रूप दिया है। पिंकी की मां ने कहा, शाकिब को फांसी की सजा होनी चाहिए