अर्चना कुमारी। जर्मन वाइस चांसलर रॉबर्ट हैबेक ने फिलिस्तीनी हमास आंदोलन का इजरायल पर हमला ‘सभ्य दुनिया’ पर युद्ध की घोषणा बताया और इस आंदोलन को ही नष्ट कर देना चाहिए। उन्होने कहा मूल रूप से, हमास को नष्ट किया जाना चाहिए क्योंकि इसने मध्य पूर्व में शांति प्रक्रिया को नष्ट कर दिया है।
फिलिस्तीनियों को अपना देश बनाने का अधिकार है, इसलिए दो राज्यों का निर्माण संघर्ष का सही राजनीतिक समाधान है लेकिन ऐसा निर्णय हमास के हित में नहीं है। हैबेक ने कहा,‘‘वे (हमास) फिलिस्तीनी लोगों को अपना राज्य दिलाने के लिए नहीं लड़ रहे हैं। वे युद्ध के लिए लड़ रहे हैं।
वे युद्ध शुरू करना चाहते हैं और इजरायल को नष्ट करना चाहते हैं जो निश्चित रूप से नहीं होगा लेकिन यह अपनी आबादी के लिए असहनीय पीड़ा लाएगा। हमास अपने कार्यों को ‘राजनीतिक प्रस्ताव’ के रूप में पेश करके दूसरों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा,‘ यह कोई राजनीतिक प्रस्ताव नहीं है यह सभ्य दुनिया पर युद्ध की घोषणा है।
गौरतलब है कि सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी समूह हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल के खिलाफ एक आश्चर्यजनक बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला किया और सीमा का उल्लंघन किया। हमले में इजरायली समुदायों के लोगों की हत्या और अपहरण कर लिया गया। इजरायल ने जवाबी हमले शुरू किए और 20 लाख से अधिक लोगों की आबादी वाले गाजा पट्टी की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया तथा पानी, भोजन और ईंधन की आपूर्ति काट दी।
इसके अलावा 27 अक्टूबर को इजरायल ने हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को छुड़ाने के लिए गाजा पट्टी के अंदर बड़े पैमाने पर जमीनी हमला किया। इजरायल में लगभग 1,400 और गाजा पट्टी में 9,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और ईरान या लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के मैदान में शामिल होने की चिंताओं के कारण व्यापक युद्ध संघर्ष का खतरा बढ़ गया है।