अर्चना कुमारी। दिल्ली के नांगलोई जट विधानसभा अंतर्गत निहाल विहार में हिंदू लड़कियों का शोषण हो रहा है। यहां रहने वाले कमजोर वर्ग के हिंदू लड़कियों को टारगेट करके पहले तो उनका शारीरिक शोषण किया जाता है, फिर उनका धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम समाज के लोगों से उसकी शादी कर दी जाती है।
मामला उजागर होने के बाद कोई पीड़ित परिवार यदि इसका विरोध करता है तब आरोपी इतने रसूखदार हैं कि वह स्थानीय थाना की मदद से उसकी पिटाई तक कर डालते हैं ,इतना ही नहीं हिंदू परिजनों को झूठे मुकदमे में फंसा देने की धमकी दी जाती है। आरोप है कि हाल ही में एक हिंदू पीड़ित परिवार को स्थानीय थाना से मदद नहीं मिली और लोगों का आरोप है कि पुलिस के संरक्षण में इस तरह का रैकेट चलाया जा रहा है ।
आरोप यह भी है कि हिंदुओं के खिलाफ चलाए जा रहे इस रैकेट को लेकर आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक का संरक्षण प्राप्त है। क्योंकि हाल में विधायक के करीबी नौशाद और जावेद ने एक नाबालिग हिंदू बच्ची के साथ काफ़ी समय तक रेप किया था लेकिन दोनों को पकड़ लिया गया है। दोनों आरोपी पेशे से प्रॉपर्टी डीलर है और इलाके में हिंदू लड़कियों को मुस्लिम धर्म में बदलने का रैकेट चला रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जावेद और नौशाद विधायक के बेहद करीबी रहे हैं।
इन दोनों ने एक हिंदू लड़की को टारगेट किया और कई महीनों तक उसका यौन शोषण किया। आरोप है कि नौशाद और जावेद ने उस लड़की को कई अन्य व्यक्तियों के सामने परोसा और उसे दुष्कर्म का शिकार लगातार बनाया जाने लगा। लड़की ने इस बात की जानकारी जब अपने माता-पिता को दी तब मामले से पुलिस को अवगत कराया गया लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने के बजाय उल्टे माता-पिता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
बताया जाता है कि निहाल विहार थाने की पुलिस नौशाद और जावेद से प्रभावित थी और आरोप है कि उसने मोटी रकम लेकर लड़की के बयान भी कई बार बदल डाले, हिंदू लड़की दोनों मुस्लिम दरिंदों से आजाद तो हो गई लेकिन उसे अब निर्मल छाया नारी सुधार गृह में रहना पड़ रहा है। जबकि कायदे से पुलिस को चाहिए था कि उसे माता-पिता को सौंप दिया जाए।
लड़की के माता-पिता का साफ कहना है कि स्थानीय पुलिस बिक चुकी है और वह कोई भी मदद नहीं कर रही है। उन लोगों ने बताया कि पूरे मामले को लेकर स्थानीय थाना पुलिस ने उन लोगों की कभी नहीं सुनी और जब उन्होंने ने इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी तब जाकर मामला दर्ज किया गया और दोनों आरोपियों को पकड़ा गया। निहाल बिहार पुलिस शायद इस बात से भी चकित थी कि इस घटना को लेकर हजारों लोगों की मौके पर भीड़ जुट जाएगी।
शायद इसी डर से पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करना मुनासिब समझा । इस बीच पूछताछ के दौरान पता चला है कि बच्ची दादी के साथ रहती थी और दादी ने ही नौशाद जो इलाक़ा का बिल्डर है उसके पास काम करने के लिए भेजा था।दादी भी संदेह घेरे में है क्योकि दादी ने ख़ुद हिंदू धर्म छोड़ कर ईसाई धर्म अपना लिया था।फ़िलहाल दिल्ली पुलिस ने पॉस्को एक्ट के तहत नौशाद और जावेद पंचम को गिरफ़्तार कर लिया है।