अर्चना कुमारी। पिछले कई दिनों से कश्मीर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में इस्लामिक बवाल मचा है। आरोप है एक हिंदू छात्र ने कथित तौर पर पैगम्बर का अपमान किया है। कुछ दिन बाद इस लड़के की तस्वीर पर फूल माला चढ़ा मिले तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। जहा हंगामा हो रहा, वहां कुछ रोज पहले भी कुछ स्टूडेंट्स पर वर्ल्ड कप में भारत की हार का जश्न मनाने का आरोप लगा था लेकिन सारे मुस्लिम थे। इस वजह से उन पर कोई करवाई नही हुआ।
अभी बबाल जो चल रहा उसमे सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन भी पक्षपात कर रही है ।लेकिन इस्लामिक हंगामे का विरोध भी शुरू हो गया है। श्रीनगर के छात्रों ने कट्टरपंथियों के खिलाफ मार्च निकाला है और मार्च में “वन्दे मातरम” के नारे लगाए है। दरअसल 26 नवंबर को एक हिंदू स्टूडेंट ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर दिया।
आरोप है कि इस पोस्ट में कुछ ऐसा कंटेंट था। जिससे मुस्लिम धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो गईं। आरोप है कि इस पोस्ट में पैगंबर मोहम्मद साहब का अपमान किया गया जबकि कॉलेज प्रशासन को जैसे ही इसकी भनक लगी उसने पुलिस को आरोपी स्टूडेंट के खिलाफ शिकायत दे दी। उसे निलंबित भी कर दिया गया लेकिन अब कथित ‘ईशनिंदा’ के नाम पर सैकड़ों मुस्लिम लोग उसकी मौत की मांग कर रहे है।
बताया जाता है एनआइटी प्रशासन ने पहले हिंदू छात्र को कथित तौर पर अवकाश देकर घर भेज दिया था। इससे मामला शांत होने के बजाय और तूल पकड़ लिया। अब छात्र को निलंबित कर उसके परीक्षा में बैठने पर भी रोक लगा दी गई है और उसे हॉस्टल से भी निकाल दिया।
अब उसकी जान को भी खतरा है। हैरत की बात है कुछ दिनो से राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) हजरतबल में स्थानीय छात्रों ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कक्षाओं का बहिष्कार किए जाने के अलावा आरोपी को मौत की सजा देने की मांग कर रहे है। जम्मू व कश्मीर पुलिस ने छात्र के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज कर लिया है और जांच करने का दावा कर रही है।
आईजीपी कश्मीर वीके बर्डी ने बताया है उन्हें मंगलवार शाम सूचना मिली कि कुछ छात्र एनआईटी कैंपस में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पता चला कि एक छात्र ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। क्लिप उसकी अपनी नहीं थी और इसके बजाय किसी यूट्यूबर द्वारा पोस्ट की गई थी। इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। आगे पुलिस अधिकारी ने कहा, रजिस्ट्रार ने तत्काल हस्तक्षेप किया। हमें रजिस्ट्रार से एक विज्ञप्ति मिली, जिसमें कानूनी कार्रवाई का आग्रह किया। मामला दर्ज कर लिया है। जांच चल रही है।