संदीप देव। 2014 के बाद एक ‘निर्लज्ज प्रजाति’ की पैदाइश हुई है, इस प्रजाति को उनकी चापलूसी वाले गुण के कारण निम्न श्रेणियों में आप विभाजित कर सकते हैं:-
१) It celliya:- यह एक व्यक्ति के लिए एजेंडा सेट करता है।
२) मास्टरस्ट्रोकवादी:- यह हर एजेंडे को मास्टरस्ट्रोक बताता है।
३) सरकारी हिंदू:- यह पूरे ब्रह्मांड में कुछ भी होने का श्रेय एक सरकार और एक नेता को देता है, परंतु जब कुछ गलत होता है तो तत्काल हिंदुओं को, नौकरशाहों, छोटे नेताओं आदि को दोषी ठहरा कर अपनी चापलूसी वाली निष्ठा को साबित करता है।
४) अब्बासी हिंदू :- यह मुस्लिम तृप्तीकरण की हर योजना को डिफेंड कर अब्बासी खिलाफत की बहाली में योगदान करता है। इसमें अधिकांश ‘DNA मैचमेकर संस्था’ वाले हिंदू शामिल हैं।
इन चारों के कुछ गुण समान हैं:-
१) ये निर्लज्ज हैं
२) तथ्य-तर्क से खाली हैं
३) कम्युनिस्टों व अब्राहमिकों की तरह व्यक्तिनिष्ठ व पार्टीनिष्ठ हैं।
४) कम्युनिस्टों की तरह ही आईना दिखाने वालों पर झूठ बोलकर व्यक्तिगत हमला करने और चरित्र हनन करने के लिए ये ‘भेड़ों’ की तरह सामूहिक हमला करते हैं।
५) ये चारों किसी न किसी रूप में लाभान्वित योजना के लाभार्थी हैं।
६) चारों समूह मानते हैं कि ब्राह्मण्ड का आरंभ ही 2014 के बाद हुआ है।
जैसे इस्लामिस्ट-कम्युनिस्ट के लिए भारत मुगल ने बनाया, कांग्रेसियों के लिए अंग्रेजों ने 1947 में भारत बनाया, वैसे ही इनके लिए नया भारत इनके नेता ने 2014 के बाद बनाया है!