बॉलीवुड की अंधेरी और काली दुनिया कितनी घातक है, इसका अंदाज सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की निर्मम हत्या के बाद हो रहे खुलासों से पता चल रहा है। हर बदलती तारीख के साथ देश के मन में हिन्दी फिल्म उद्योग के लिए प्रेम और सम्मान कम होता जा रहा है।
कंगना रनौत के साहस करने के बाद कई लोग सामने आकर तो कुछ लोग दबे-छुपे बॉलीवुड में पैबस्त कीचड़ को सामने ला रहे हैं। ये सच्चाइयां इतनी भयावह हैं कि इनके बारे में पढ़कर, सुनकर ही दिल बैठा जाता है। इसी कड़ी में एक और कथा रहस्य की परतों से निकलकर सबके सामने आने का साहस कर सकी है।
बॉलीवुड में कोई गारंटी नहीं है कि कब किस ओर से नशे की हवा में आप बह जाए। आप न चाहेंगे, फिर भी नशा आपकी नसों में दौड़ने लगेगा। आप ड्रग्स से नफरत करेंगे और जान ही न पाएंगे कि किस घड़ी एक नशे का सूक्ष्म दानव आपके शरीर के भीतर धकेल दिया गया है।
निश्चय ही ऐसी भयानक सच्चाई लिखने वाला सामने तो नहीं आएगा। उसने ये कहानी किसी और के माध्यम से दुनिया के सामने रखी है। वह लिखता है कि पिछले कुछ माह से ऐसा लग रहा है कि या सुशांत सिंह राजपूत मेरी ज़िंदगी जी रहा था या मैं उसके मरने से पहले उसकी ज़िंदगी जी रहा था।
जब उसकी ज़िंदगी की सच्चाइयां खुलने लगी तो मुझे लगा कि मेरे काले अतीत ने मुझे पीछे से दबोच लिया हो। सुशांत और मेरे जीवन की घटनाएं बहुत मिलती-जुलती हैं। मैं अब इस बोझ को और सहन नहीं कर सकता। मुझे ये सच दुनिया को बताने की बहुत ज़रुरत है। इस व्यक्ति ने अपनी कहानी को तीन भागों में बांटा है। ट्रेप, साइको और एग्जिट।
द ट्रेप
वह लिखता है कि कहानी मिस्टर X के उसकी ज़िंदगी में आने से शुरू हुई। वह एक डिजिटल एडवरटाइज़िंग एजेंसी में क्रिएटिव डाइरेक्टर के पद पर था। वह अपने काम को एन्जॉय करता था और फिर एक दिन ये शख्स उसके जीवन में आया।
एक दिन की मुलाक़ात के बाद वह रोज कॉल करने लगा। उसका मकसद हमारे लेखक को पता नहीं था। लेखक मिस्टर X को पसंद नहीं करता था। जल्द ही उसने मिस्टर X से पीछा छुड़ा लिया। लेकिन ये यहीं ख़त्म होने वाला जाल नहीं था। इस घटना के कुछ दिन बाद वह सोशल मीडिया पर एक सुंदर महिला से टकराया।
Y नामक इस महिला के प्रोफाइल में योगा और मेडिटेशन का ज़िक्र था, जो लेखक को पसंद था। दोनों चैट के जरिये करीब आने लगे। वह गोवा में रहती थी। एक माह की चैट के बाद मैंने उसे मुंबई बुला लिया। पहली मुलाक़ात के बाद ऐसा लगा जैसे मैं विशुद्ध प्रेम के सागर में गोते लगा रहा हूँ।
भावनाओं का ज्वार बेकाबू हो रहा था। इतनी ख़ुशी मुझे महसूस ही नहीं हुई थी। बाद में पता चला कि वह प्यार नहीं था, वह MDMA की खुमारी थी। ऐसी ड्रग जो मुझे बिना बताए दी जा रही थी। उसके प्यार में पड़ते ही हमारी पार्टियों का दौर शुरू हो गया। मैं पहले सप्ताहांत में पार्टी थ्रो करता था लेकिन अब ये रोज का काम हो गया था।
वह मुंबई के सारे हैपनिंग प्लेस जानती थी। हमारी पार्टी कभी नहीं रूकती थी। वह कहती थी ये हमारी ज़िंदगी का आखिरी लम्हा है, सो इसे बेहतर बनाओ। इसका असर मेरे काम पर पड़ने लगा। सब कुछ धुंधला हो गया था। कभी-कभी मैं रविवार को ऑफिस में होता था और मुझे लगता था आज सोमवार है। मेरे ऊपर इमोशंस हावी थे।
गुस्सा, ख़ुशी, उदासी सब कुछ अधिक मात्रा में थी लेकिन मैं समझ नहीं पा रहा था कि मेरे साथ क्या हो रहा है। मैंने ऑफिस जाना बंद कर दिया था। मेरे पास पैसा ख़त्म हो चुका था और पार्टियों के लिए ढेर सारा पैसा चाहिए था। इस बीच मुझे Y ने कहा कि मुझे एक आदमी से मिलना चाहिए।
उसके मुताबिक ये व्यक्ति काफी अच्छा इंसान है। एक दिन Y ने मुझे उस आदमी के सामने खड़ा कर दिया। जिस आदमी के सामने मैं खड़ा था, वह मिस्टर X था। हालाँकि अब मिस्टर X के लिए मेरे मन में बुरे भाव मिट चुके थे। यहाँ एक सर्कल पूरा हो गया था, जो मिस्टर X से शुरू होकर उसी पर पूरा हो गया था।
X के पास बहुत विशालकाय स्टूडियो था। उस स्टूडियो को हम बंगला नंबर 11 नाम दे सकते हैं। X ने मुझे कहा कि यहाँ फिल्मों के लिए एक डिजिटल एजेंसी बनाओ। और फिर एक दिन मैं उस सुपरस्टार के सामने खड़ा था, जिसका जिक्र X ने पहली मुलाकात में महीनों पहले किया था।
फिर X, Y और मैंने एक कंपनी बनाई। पैसों की बरसात होने लगी थी। मेरी डायरी बड़े निर्माता-निर्देशकों के साथ डेट्स से भरी रहती थी। Y के लिए मेरा प्यार बढ़ता ही जा रहा था। उसने मेरी हर चीज पर नियंत्रण कर लिया था। उसके बिना मेरा जीवन कुछ नहीं था। Y से दूर होते ही मेरी बेचैनी बढ़ने लगती थी।
शरीर में आलसीपन छाने लगता था। मेरे शरीर में खुजली बढ़ने लगती थी। मैं ठीक से सो नही पाता था। मैंने परिवार से खुद को दूर कर लिया था। इस बीच स्टूडियो रात होते ही एक पार्टी क्लब बन जाता। वहां सुपर स्टार, नेता, मीडिया टायकून और टॉप के ब्यूरोक्रेट्स शामिल होते थे। एक रात मैंने पार्टी में कोकीन देखी।
मैं ये देखकर शॉक्ड रह गया था। उस रात मेरी Y और X से बहुत लड़ाई हुई। उन्होंने उस रात मुझे बताया कि मैं भी MDMA के नशे का आदी बना दिया गया हूँ। वे मुझे पानी में ये ड्रग्स मिलाकर दे रहे थे। अब मुझे पता चला था कि अचानक से खूबसूरत हो गई मेरी ज़िंदगी का राज़ उस MDMA में छुपा था।
वह सुंदरता, वह प्यार जो मैंने महसूस किया, सब ड्रग के नशे के कारण था। मैं उसे छोड़कर चला गया लेकिन दो दिन भी नहीं रह सका। मेरे शरीर पर चकत्ते पड़ने लगे, मेरे जबड़ों तक में इंफेक्शन हो गया। मुझे मज़बूरी में Y के पास लौटना पड़ा। मैं अब एडिक्ट बन चुका था।मैंने और लोगों पर इस दवा का असर देखा था। इसे लेने के बाद उनके व्यक्तित्व ही बदल जाते थे। वे खुद को भगवान की तरह देखने लगते थे।
द साइको
कंपनी स्थापित हो चुकी थी। अच्छा पैसा आ रहा था। हालांकि मैं अब भी इस आदत से छुटकारा पाना चाहता था। मैं अच्छे प्रोजेक्ट करना चाहता था लेकिन रात को होने वाली पार्टियों में कोकीन को रोक नहीं पा रहा था। और अब इस खेल में एक और व्यक्ति की एंट्री हुई, जिसका नाम मिस्टर Z था।
छह फ़ीट लंबा Z शानदार व्यक्तित्व का मालिक था और बहुत प्रभावशाली भी था। Z लोगों की हत्या करवाने से लेकर सरकारों को बदल देने में सक्षम था। ये हमारी कहानी का साइको नहीं है।वह तो कोई और था। इस खेल में कोकीन बड़ी भूमिका निभा रहा था। Z के पास किलो के हिसाब से कोकीन हुआ करती थी।
मैं यही सोचता था कि मुझे हनी ट्रेप में डालकर इन सबमे क्यों फंसाया गया है। मुझे लगता था कि इस खेल में शुरु से ही मुझे फंसाया गया है। अब स्टूडियो बोगस प्रोजेक्ट पर काम करने लगा था। पोर्नस्टार्स को मुंबई लाकर उनकी गुप्त डील करवाना। एसिड, एमडी और कोकीन की सप्लाई करवाने का काम अधिक चलने लगा था।
Z के पास इतना ड्रग्स था कि वह इसे पुरे विश्व में सप्लाई कर रहा था। वह कहता था मुझे महाराष्ट्र में कोई छू भी नहीं सकता। महाराष्ट्र पुलिस में बड़े-बड़े अधिकारी उसके दोस्त हैं। ये सब मेरे सामने चल रहा था। उनको किसी बात का डर नहीं था। आखिर वे क्यों नहीं डर रहे थे। उसका सबसे बड़ा कारण था मिस्टर साइको। हम इसे बेबी P A कह सकते हैं।
PA महाराष्ट्र के एक बहुत रसूखदार राजनीतिक परिवार का इकलौता चिराग है। बेबी पी एक राक्षस है। वह चाइल्ड पोर्नोग्राफी से लेकर लाइव बलात्कार की घटनाओं में शामिल है। वह नरमांस भक्षण करता है। वह सभी तरह की हाई ड्रग्स लेता है। वह इतना घिनौना है कि कई बातें यहाँ नहीं लिखी जा सकती है।
इस व्यक्ति की डार्कनेट में एक्सेस है। इस एक्सेस को कोई ट्रेस नहीं कर सकता। ये व्यक्ति बहुत टेक्नोसेवी है। इसने अपना प्राइवेट वीपीएन सेटअप बना रखा है। उसके पास आधुनिक गैजेट्स हैं। यहाँ तक कि वह साउंड बग्स का भी प्रयोग करता है। किसी लाइव घटना को देखने के लिए इसके पास अपने आधुनिकतम ड्रोन्स भी हैं।
बेबी P की फेवरेट लाइन है ‘यदि आप कोकीन पर कंट्रोल कर सकते हैं तो आप मुंबई पर भी कंट्रोल कर सकते हैं।’ सारे टॉप के अभिनेता, नेता और बिजनेसमैन उसके कस्टमर हैं। वह ट्रकों में कोकीन सप्लाई करवाता है। बेबी P ना सुनने का आदी नहीं है। उस पर ड्रग्स का ऐसा असर है कि गुस्से में वह अपने पिता पर भी हमला कर सकता है।
उसका ऐसा ग्रुप है, जिसमे स्टार किड्स, कुछ सुपर स्टार और उसके करीबी दोस्त शामिल हैं। Z को सारी ताकत बेबी P से मिली हुई है। बेबी पी ड्रग्स की डिलीवरी एक रोल्स रॉयस कार में करता है, जिसे मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारी सुरक्षा देते हैं।
Z ने सारे प्रोडक्शन हॉउस,सभी पीआर एजेंसीस को नियंत्रण में ले रखा है। यहाँ तक कि स्टूडियो में भी हिडन कैमरे लगे हुए हैं। यहाँ तक कि मेरा फोन, लैपटॉप और घर भी बग्ड(सूक्ष्म ट्रांसमीटर) से लैस है। वे मेरी सब जानकारी रख रहे हैं। बेबी पी विभिन्न देशों के बच्चों का लाइव बलात्कार देखता है। ये पीड़ित कम्बोडिया, वियतनाम और मलेशिया जैसे देशों से होते हैं।
इस व्यक्ति ने अपनी कहानी में बताया है कि Z ने उसे एक बार कहा था कि उसके पास दो रास्ते हैं। या तो वह दिव्या भारती की राह चुन ले या बेबी पी के दादा की। इसने लिखा है कि बेबी P के पास ऐसे लोग हैं जो जानते हैं कि किसी व्यक्ति को कार्डिएक अरेस्ट दिखाकर हत्या कैसे की जा सकती है। या वे किसी आत्महत्या को हत्या बना सकते हैं या किसी व्यक्ति को इस तरह से मजबूर कर सकते हैं कि वह आत्महत्या कर ले।
इस व्यक्ति ने लिखा है कि किस तरह वह इस नेक्सस से जान बचाकर निकल भागा था। उसने तीन साल तक इस नशे की लत को खत्म करने के लिए संघर्ष किया था। सुशांत की कहानी उसे अपनी कहानी दिखाई देती है। सुशांत की दर्दनाक हत्या ने उसे सच बोलने पर विवश कर दिया। हालाँकि अब इस व्यक्ति का जीवन संकट में आ सकता है क्योंकि इसने वह सच्चाई सामने लाकर रखी है, जिसे दबाने का प्रयास सुशांत की हत्या के दिन से लगातार चल रहा है।
Network / cartel explained indicates intelligence network where so called Baby P himself is being monitored & controlled with long ropes from beyond boundaries of india. Operation bleeds from thousands cuts has not yielded desired results hence, this could be another such plot with the active role of D company & tacit control of ISI whereby money minted thru drugs / bollywood finds way to finance terror & anti india activities. Doval & intelligence agencies must take note of bigger picture appearing on the national security horizons and must neutralize it even if some Baby P or few influential people succumb to their misdeeds.
ठीक बात
good
pata nahi logg itna darte kyu hai BHALE HI VPN NETWORK SETUP HO YA DARKWEB PR ACCESS PR darr kis baat ka JAB KOI SAAMNE SE BOLE KI MAI TERA parveen babi bana dunga TO FR USKO MARNE MAARNE KAI LIYE TYAAR REHENA CHAIYE