वर्ष 1971 में तो युद्ध शुरू हो गया था तब भारत कि एयरफ़ोर्स युद्ध में आयी थी, पर आज भारत और पाकिस्तान युद्ध की शुरुवात तो शांति काल में हुई है। पहली बार भारत की एयरफ़ोर्स पाकिस्तान में 80 किलोमीटर तक अंदर घुस कर पाकिस्तान में छुपे आतंकवादियों पर कार्रवाई कर के आयी है। यह इसलिए मुमकिन हो पाया है क्योंकि अब भारत में एक मज़बूत सरकार है जो अपने देश की संप्रभुता और अखंडता के साथ खिलवाड़ होता नहीं देख सकती है। इस चीज़ को समझाने के लिए आपके सामने कुछ बातें रख रहा हूं।
पहली बात है (13 December 2001) कि भारतीय संसद पर हमला हुआ था वो हमला भी (JEM) ने ही करवाया था भारतीय इतिहास में आतंक का ये सबसे बड़ा धब्बा था, अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे उन्होंने ऑपरेशन पराक्रम शुरू किया देश भर कि सेना की टुकड़ियाँ बॉर्डर पर भेजी जाने लगी, (19 December 2001) से ये सारा मूवमेंट शुरू हुआ और उसके बाद क़रीब 10 महीने तक सेना की तमाम टुकड़ियाँ सीमा पर तैनात रही लेकिन पाकिस्तान पर अटैक नहीं किया, वो वक़्त भी ऐसा था जब पूरा देश पाकिस्तान को सबक़ सिखाने की माँग कर रहा था, पर तब भी कुछ नहीं हुआ!
अब दूसरी बात है (26 November 2008) कि आपको याद होगा मुंबई में आतंकी हमला हुआ था यह हमला भारत में सबसे ज्यादा दिन तक चलने वाला आतंकी हमलों में से एक था, देश विदेश के कुल 166 लोग इस हमले में मारे गए थे, पाकिस्तान के आतंकी अजमल आमिर कसाब को ज़िंदा पकड़ा था! पाकिस्तान की मीडिया ने ये साबित भी कर दिया था कि कसाब पाकिस्तान का ही रहने वाला है! उस वक़्त मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, सरकार पर दबाव था पाकिस्तान पर हमला कर उसे सबक़ सिखाया जाए सेना तक तैयार थी स्ट्राइक के लिए उस वक़्त के एरफ़ोर्स के चीफ़ (फलीहोमी मेजर) ने कहा की हम तैयार थे लेकिन सरकार ने इस पर कोई फ़ैसला नहीं लिया कि हमको वहाँ पर एयर स्ट्राइक करनी चाहिए, और (2008) में भी भारत की सरकार ने पाकिस्तान पर हमला नहीं किया!
लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री है!
(18 September 2016) जब J&K के (URI) में आर्मी कैम्प पर (JEM) के आतंकवादियों ने हमला किया जिसमें हमारे 19 जवान देश के लिए बलिदानी हो गए और फिर हमले के (11) दिन बाद भारत की आर्मी ने (POk) पाकिस्तान ऑक्युपायड कश्मीर में अंदर घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक करदी 2 किलोमीटर से ज्यादा अंदर जा कर पाकिस्तानी आतंकियों के ट्रेनिंग कैम्पो को उस वक़्त तबाह कर दिया था, क़रीब (35) से ज्यादा आतंकी मारे गये थे, अब थोड़ा और आगे बढ़ते है इस साल कुछ दिनो पहले 14 February को पुलवामा में (JEM) के आतंकी ने फिदायीन हमला कर (40 CRPF) जवानो की जान ली, और इस हमले के 12 वे दिन ही भारतीय वायुसेना के विमानों ने पाकिस्तान में घुस कर आतंकी कैम्प तबाह कर दिए (LOC) से क़रीब (80 किलोमीटर) अंदर जा कर भारत की सेना ने टेरर कैम्पो को निशाना बनाया और क़रीब (350) ख़तरनाक आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया, जिस के चलते आप सेना का शौर्य और देश वासियों का जश्न आप लगातार देख रहे है!
अब ये क्यू न कहा जाए की जो काम 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी के वक़्त नहीं हुआ, जो काम 2008 में मनमोहन सिंह के वक़्त नहीं हुआ वो काम नरेंद्र मोदी के वक़्त 2019 में हो गया है।तो ये कहने में कोई हर्ज नहीं की पाकिस्तान को सबक़ सिखाना इसलिए संभव हो पाया क्यू की नरेंद्र मोदी ने ऐसा करने का फ़ैसला लिया और सेना को खुली छूट दी!
इसलिए मोदी है तो मुमकिन है।