आईएसडी नेटवर्क। मंगलवार की सुबह हरियाणा में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने अपने पद से त्यागपत्र देकर देश की राजनीति में हलचल मचा दी। मुख्यमंत्री ने पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ राज्य में जननायक जनता पार्टी के साथ भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन टूट गया।हालाँकि उनके अलावा नायब सिंह सैनी का नाम भी मुख्यमंत्री के लिए चल रहा है। भाजपा ने चंडीगढ़ में विधायक दल की बैठक बुलाई है।
हरियाणा में मनोहर लाल सरकार पुनः शपथ लेने जा रही है। बस अंतर इतना होगा कि इस बार जननायक जनता पार्टी सरकार में साझा भूमिका में नहीं रहेगी। केंद्रीय पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ हरियाणा के राजनिवास में पहुंच चुके हैं। इनकी मौजूदगी में नया मुख्यमंत्री भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। अभी ये तय नहीं हुआ है कि मनोहर लाल के साथ दो मुख्यमंत्री शपथ लेंगे या नहीं। सूत्रों के अनुसार कुछ निर्दलीय विधायक भाजपा को समर्थन देने के लिए आगे आए हैं।
ये तय माना जा रहा था कि हरियाणा में भाजपा और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूटने जा रहा है। जननायक जनता पार्टी के कर्ताधर्ता दुष्यंत चौटाला भाजपा आलाकमान का मन जानने के लिए लगातार दिल्ली में ही बने हुए थे। रविवार को उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से भेंट की थी हालाँकि नड्डा की ओर से चौटाला को गठबंधन में बने रहने का कोई संकेत नहीं मिला। दरअसल दुष्यंत हरियाणा में अपनी पार्टी के लिए दो लोकसभा सीटों की मांग कर रहे थे लेकिन भाजपा ये मांग मानने के लिए तैयार नहीं थी।
भाजपा पहले ही स्पष्ट कर चुकी थी कि वह हरियाणा में पूरी दस सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने जा रही है। माना जा रहा है कि चौटाला की ये मांग ही गठबंधन टूटने का कारण बनी है। हरियाणा में 90 विधानसभा सीट है। यहाँ सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों की आवश्यकता होती है। गठबंधन टूटने के बाद भाजपा के पास अपने 41 विधायक हैं। हरियाणा में अभी पांच निर्दलीय विधायक है। इनमे से एक विधायक गोपाल कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी का भी है।
माना जा रहा है कि भाजपा आराम से पांच विधायक जुटा लेगी। इस समय भाजपा में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री के नाम को लेकर विमर्श जारी है। सूत्रों के अनुसार भाजपा की बैठक में नायब सिंह सैनी के नाम की भी चर्चा हरियाणा के सीएम के लिए चल रहा है। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों को मंत्री भी बनाया जा सकता है। हालांकि शाम तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। माना जा रहा है कि हरियाणा में भाजपा की नई सरकार में 41 भाजपा के, छह निर्दलीय और पांच जजपा विधायकों का समर्थन हो सकता है। ऐसी खबर है कि जजपा की महत्वपूर्ण बैठक में उसके पांच विधायक नहीं पहुंचे हैं।