विपुल रेगे। दिवंगत अश्वेत अभिनेता चैडविक बोसमैन की पहली फिल्म ‘ब्लैक पैंथर’ प्रदर्शित हुई, तो मार्वल ने ये कभी नहीं कहा था कि दुनिया का पहला अश्वेत सुपरहीरो आपके सामने आ रहा है। इन दिनों मार्वल स्टूडियोज आलोचनाओं का केंद्र बना हुआ है। मार्वल की नई टीवी सीरीज मिस मार्वल की सुपरहीरो कमला खान को दुनिया की पहली मुस्लिम सुपरहीरो कहकर प्रस्तुत किया गया था। अब ये सीरीज ‘रिव्यू बॉम्बिंग’ की शिकार बन गई है।
रिव्यू बॉम्बिंग विरोध प्रकट करने का नया ढंग है। इसका प्रयोग अमेरिका से अधिक भारत में किया जा रहा है। जैसे द कश्मीर फाइल्स के लिए लोगों ने सकारात्मक रिव्यू बॉम्बिंग की। कितने ही लोगों ने वह फिल्म नहीं देखी थी लेकिन आईएमडीबी पर जाकर उसकी रेटिंग बढ़ाई थी। ऐसे ही सम्राट पृथ्वीराज या सलमान की राधे के साथ यही हुआ। इन फिल्मों को भी नकारात्मक रिव्यू बॉम्बिंग झेलनी पड़ी थी। मिस मार्वल एक मिनी टीवी सीरीज है।
इसकी मुख्य पात्र एक टीनएजर कमला खान है। कमला एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार की लड़की है लेकिन आधुनिक विचारों की है। वह हिज़ाब पसंद नहीं करती। उसका एक हमउम्र प्रेमी है। इस प्रेमी का नाम कामरान है। जब इस मिनी सीरीज का प्रचार शुरु किया गया तो मार्वल और फिल्म निर्माता एक बहुत बड़ी गलती कर गए। उन्होंने कमला को पहली मुस्लिम सुपरहीरो के रुप में दर्शकों के सम्मुख प्रस्तुत किया।
दर्शकों की नाराजगी इस बात से भी रही कि इसके लिए असली कैप्टन मार्वल को नेपथ्य में डाल दिया गया। मिनी सीरीज के एपिसोड देखते हुए अनुभव होता है कि ये फिल्म सुपरहीरो फिल्म नहीं है बल्कि एक आधुनिक मुस्लिम किशोरी की रुढियों से स्वतंत्र होने की कथा है। इसके साथ ये नारी आंदोलन की झलक भी प्रस्तुत कर रही है। इसके एक एपिसोड के दृश्य में मार्वल अपनी दोस्त नकिया के साथ भारत और पाक के बंटवारे पर चर्चा करती है।
वह एशिया में महिलाओं के अधिकारों पर भी बात करती है। फिल्म की निर्माता-निर्देशक बिशा अली कमला खान की सांस्कृतिक पहचान दिखाना चाहती थी लेकिन हिजाब के विरुद्ध थी। उसका कारण ये बताया गया कि पाकिस्तान और अमेरिका में रहने वाली मुस्लिम लड़कियां अब हिज़ाब पसंद नहीं करती है। फिर तो ये फिल्म भारत की मुस्लिम किशोरियों को भी देखनी चाहिए। अब शाहरुख़ खान भी इस सीरीज का हिस्सा बन गए हैं।
मिस मार्वल पर रिव्यू बॉम्बिंग होने के साथ दर्शकों की प्रतिक्रियाएं आने लगी तो इसकी निर्माता नाराज़ हो गई। उनका कहना था कि फिल्म को लेकर नस्लभेदी कमेंट्स किये जा रहे हैं। फिल्म निर्माता और निर्देशक से ये भी पूछना चाहिए कि जब आप इस फिल्म की नायिका को ‘पहली मुस्लिम सुपरहीरो’ कहकर प्रस्तुत कर रहे थे, तब ये क्यों नहीं सोचा था।
खाली हिंदू सुपर हीरो नही है मार्वल्स में बाकी malech और यवन सुपर हीरो है वाह क्या बात है। बायकॉट मार्वेल्स