अर्चना कुमारी। एक नाबालिग हिंदू लड़की को मुस्लिम आरोपियों ने न केवल परेशान किया बल्कि उसकी अस्मत बचाने के चक्कर में दो हिंदू युवक जेल चले गए। घटना राजधानी स्थित निहाल विहार इलाके का है जहां पर रोहित और लड्डू नामक दो हिंदू पड़ोसियों को नाबालिग लड़की की इज्जत बचाने में हुई मारपीट को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया जबकि मुस्लिम आरोपी अब तक पुलिस की पहुंच से बाहर बताया जाता है। बताया जाता है कि नाबालिग लड़की बाहरी दिल्ली के निहाल विहार इलाके के आर ब्लॉक में रहती है। कक्षा 9 में पढ़ाई करने वाली नाबालिग लड़की की दोस्ती पड़ोस में रहने वाली एक हिंदू लड़की से थी।
कुछ दिनों पहले नाबालिग हिंदू लड़की अपनी बड़ी बहन के साथ चश्मा लेने के लिए एक और सहेली फिजा के घर जा रही थी। इस दौरान उसकी एक अन्य सहेली प्रीति मिली जो बहाने बनाकर एक स्थानीय पार्क में घूमने के लिए ले गई। बताया जाता है कि वहां पर प्रीति का जानकार जुबेर मौजूद था और वह नाबालिग हिंदू लड़की पर यह दबाव बनाने लगा कि वह उससे प्यार करता है और शादी करना चाहता है । जुबेर यहीं नहीं रुका और लड़की से गंदी गंदी मजाक और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। नाबालिग हिंदू लड़की बुरी तरह से जब डर गई तब प्रीति उसे बहाने से अपने घर ले आई जहां पर जुबेर भी कुछ देर में पहुंच गया।
प्रीति ने नाबालिग हिंदू लड़की को एक कमरे में बंद करने के बाद जुबेर को वहां भेज दिया जिसने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की थी। हालांकि शोरगुल मचाने पर उस समय जुबेर भाग खड़ा हुआ और लड़की रोते हुए घर आ गई। उसने इस बारे में अपने परिजनों को सारी घटना बताई लेकिन लोक लाज के भय से उसके परिजनों ने मामले की जानकारी उस समय पुलिस को देना मुनासिब नहीं समझा लेकिन कुछ देर बाद ही जुबेर अपने भाई जावेद तथा अन्य मुस्लिम आरोपियों के साथ वहां पहुंचा और पीड़ित नाबालिग हिंदू के परिजनों के साथ गाली गलौज करने तथा मारपीट पर उतारू हो गया।
शोरगुल सुनकर पड़ोस के रहने वाले रोहित और लड्डू मौके पर आए और नाबालिग हिंदू लड़की के परिजनों को बचाने की कोशिश की तभी इस दौरान उनकी ना केवल पिटाई कर दी गई बल्कि मामले की जानकारी पुलिस को दी जाने के बाद दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने दोनों हिंदुओं के खिलाफ हत्या के प्रयास के लेकर मुकदमा दर्ज किया है जबकि नाबालिग हिंदू लड़की द्वारा शिकायत किए जाने के बाद भी उसके आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।
हैरत की बात यह है कि यदि पुलिस नाबालिग हिंदू लड़की को लेकर प्राथमिकी दर्ज करती तो शायद जुबेर और जावेद पकड़े जाते हैं लेकिन पुलिस ने यहां हिंदू धर्म की लड़की को बचाने की कोशिश करने वाले दोनों युवकों को भी जेल भेज देना मुनासिब समझा। गौरतलब है कि हाल में ही साहिल नामक युवक ने साक्षी नामक एक दलित लड़की की दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी और यह घटना का वीडियो खूब वायरल हुआ था।
इसके बावजूद दिल्ली पुलिस इस तरह की लव जिहाद की घटनाओं को रोकने में बिल्कुल भी अक्षम साबित हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जुबेर और जावेद इलाके के हिंदू लड़कियों को टारगेट करके उन्हें प्यार की जाल में फंसा कर उसका लव जिहाद करना चाहते हैं। रोहित और लड्डू के परिजनों को परेशानी है कि वह अपने बच्चों को कैसे जेल से रिहा करवाए।
वह न्याय की मांग करते हुए इधर-उधर भटक रहे हैं जबकि हिंदू नाबालिग लड़की के परिजन उस मोहल्ले को ही छोड़ देने का फैसला किया है जहां पर उनके साथ अन्याय हो रहा है। मूल तौर पर उड़ीसा का रहने वाला परिवार दिल्ली में रहकर डरा हुआ है जबकि उसके परिवार के अधिकांश सदस्य झारखंड के गुमला शहर में रहते हैं ।