विनीत नारायण । हिंदू धर्म के आप सब पुरोधाओं को एक साधारण ब्रजवासी की राधे राधे ! जय श्रीकृष्ण !
आप सब बीजेपी सरकार से जुड़े महत्वपूर्ण लोग हैं। जिस सरकार का मुख्य मुद्दा ही हिंदू धर्म है।पर इसी सरकार में मथुरा में तीर्थ विकास के नाम पर जो लूट और बर्बादी हो रही है – उस पर मैं हर दिन, प्रमाण सहित पिछले पाँच वर्षों से लिखता आ रहा हूँ।फिर भी कहीं कोई असर क्यों नहीं है ?
जबकि आप लोग रात-दिन विपक्ष को देशद्रोही, धर्मद्रोही, मुल्ला, वामपंथी और अर्बन नक्सल कहने में कोई कसर नहीं छोड़ते ? तो फिर स्वयं ऐसा आचरण क्यों कर रहे हैं ?
निम्न दो वीडियो रिपोर्ट देखें और बताएँ की मथुरा में हिंदू धर्म के इन दो पौराणिक स्थलों पर योगी सरकार की नृशंस विनाश लीला पर पिछले चार वर्षों से आप सबकी इस ख़तरनाक खामोशी का कारण क्या है ?
मेरे प्रश्नों पर आपकी चुप्पी का शायद एक कारण ये है कि ऐसे सरल और सपाट प्रश्न पूछने वाला कोई विधर्मी, गांधीवादी, समाजवादी या वामपंथी होता तो आप लोग उस पर चौतरफ़ा हमला बोल देते, क्यों है न ?
पर प्रश्न मुझ जैसा व्यक्ति पूछ रहा है जो जन्म से शुद्ध सनातन धर्मी है, जो गत तीस वर्षों से देश-विदेश में गर्व से धोती, कंठी और तिलक धारण करता है, जो ब्रह्ममाधव गौड़ीय संप्रदाय की वैष्णव आचार संहिता का पालन करता है, जो गत बीस वर्षों से ब्रज में भगवान श्री राधा कृष्ण की पौराणिक लीलास्थलियों को सजाने संवारने में बिना सरकारी पैसे लिये स्वैच्छिक रूप से रात-दिन जुटा है। जिस पर ‘सत्ता के दरबारी’ नहीं बल्कि हर शुद्ध विरक्त संत की अहैतुकि कृपा है।
जबकि आप लोगों के इतने बड़े-बड़े संगठन और असीम संसाधन उपलब्ध होने के बावज़ूद आरएसएस, बीजेपी व विहिप ने 1947 से ब्रज में इन हिंदू धरोहरों के जीर्णोद्धार का ऐसा एक भी प्रयास नहीं किया था।ये प्रयास तब शुरू किया जब 2017 में योगी सरकार ने सरकारी ख़ज़ाने का मुँह उनके लिए उदारता से खोल दिया।फिर अरबों रुपये मथुरा सजाने के नाम पर कैसे फ़ुर्र किए वो You Tube पर Braj Today की 27 खोजी रिपोर्ट्स में आज क्रमशः दुनिया देख रही है।
क्या आप इसलिये भी ख़ामोश हैं क्योंकि प्रश्न पूछने वाले ने बीस बरस में एक इंच भी ज़मीन ब्रज में कहीं क़ब्ज़ा नहीं की ।जबकि आपके इन संगठनों से जुड़े कई नामी लोगों की इस मामले में ऐसी ‘उपलब्धियों’ की लंबी सूची मथुरा के कुछ जागरूक लोगों के पास तैयार हो चुकी है, पर चूँकि ये क़ब्ज़ा करो अभियान अभी रुका नहीं है, जारी है, इसलिये ये सूची अभी तक बाहर नहीं आयी है।
फ़र्ज़ी दस्तावेज बनाकर गौशालाओं, आश्रमों, गोचर भूमियों और मंदिरों पर क़ब्ज़ों का काम ‘धाम सेवा’ व हिंदू धर्म के नाम पर धड़ल्ले से मथुरा में हो रहा है।
फिर मुझ जैसे खोजी पत्रकार: जिसने कश्मीर के आतंकवाद के विरुद्ध तीस बरस पहले ही जैन हवाला कांड उजागर कर बरसों जोखिम भरा संघर्ष किया हो,जो एक संत की आज्ञा शिरोधार्य कर 2002 से ब्रज सेवा में जुटा हो, जो आप लोगों की नज़र में एक अनुपयोगी,सनकी और धुन्नी व्यक्ति हो, उसके प्रश्नों का उत्तर देने में क्यों समय बर्बाद किया जाय? इससे तो अच्छा है सार्वजनिक मंचों पर अपने को हिंदुत्व का रक्षक बताकर अपने दल का यशगान किया जाय, क्यों यही बात है न ?
फिर भी आपमें से जिसे लगे कि मेरी ब्रज धाम सेवा के प्रति प्रतिबद्धता और निष्ठा को अगर उसी दिशा में मोड़ दिया जाय,जहां ये होनी चाहिये,तो मैं फिर इन प्रश्नों को रोज़-रोज़ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने में अपना और आपका समय व्यर्थ नहीं कर पाऊँगा, तो उत्तर देने का कष्ट कीजियेगा।
पता नहीं क्यों सबके बार- बार समझाने के बावजूद मेरा मन आज भी कहता है कि संघ और भाजपा का हर वरिष्ठ नेता इतना समवेदना शून्य, छद्म हिन्दुवादी और अनैतिक नहीं हो सकता कि दिन दहाड़े सत्य से आँखें फेर ले ? क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि सतोगुण, रजोगुण व तमोगुण हर काल में विद्यमान रहते हैं- केवल इनका प्रतिशत घटता बढ़ता रहता है। अतः आप में से जो सतोगुणी नेतृत्व है, उससे मुझे अपने इन प्रश्नों के उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी