अर्चना कुमारी कोई आम आदमी होता तब पुलिस शायद इतनी तत्परता नही दिखाती लेकिन जब मामला भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की पत्नी से जुड़ा हो तो पुलिस की चुस्ती फुर्ती देखते बनती है।
दिल्ली से चुराई कार को उत्तर प्रदेश के मोदी के संसदीय इलाका बनारस से पुलिस ने आखिरकार बरामद कर लिया है। मामले में पुलिस ने शिवांश त्रिपाठी व दो अन्य रिसीवरों को गिरफ्तार किया है।इनमे रिसीवरों की पहचान उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी निवासी सलीम और सीतापुर निवासी रईस उर्फ पप्पू के रूप में हुई है।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल एक अन्य कार भी बरामद की है। साथ ही गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया योजनाबद्ध तरीके से कार को चुरा कर ले जाया गया था। दिल्ली की सीमा को पार करने के दौरान पुलिस को चकमा देने के लिए शाहिद नामक आरोपी ने फरीदाबाद में अपनी पत्नी व बच्चों को कार में बैठा लिया था।
हरियाणा बड़कल में इन्होंने कार की नंबर प्लेट बदल दी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों से होते हुए कार वाराणसी पहुंची थी। अंत में कार को उत्तर पूर्वी राज्यों की ओर ले जाने की योजना थी।ऑन डिमांड चोरी के बाद नागालैंड में बेचा जाना था।
जेपी नड्डा की पत्नी की कार गत 18 /19 मार्च की रात रविदास मार्ग, गोविंदपुरी इलाके से चोरी हुई थी। चालक जोगिंदर गोविंदपुरी इलाके में ही रहते हैं और मामले की जांच जिले की एएटीएस टीम को सौंपी गई।
जांच के दौरान पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से मदद से आरोपियों की पहचान की। 20 मार्च को ही पुलिस टीम दिल्ली से उत्तर प्रदेश व हरियाणा के लिए रवाना हो गई। इसके बाद 22 मार्च को जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी शिवांश त्रिपाठी को लखनऊ से गिरफ्तार किया।
उसकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल क्रेटा कार बरामद की गई। यह कार भी गौममबुद्ध नगर से चुराई गई थी। पूछताछ के बाद उसके सहयोगी फरीदाबाद के बड़कल निवासी शाहिद और दिल्ली के चंदन होला निवासी उसके दामाद फारुक के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात सामने आई।
यह भी पता चला कि शाहिद ने कार को एक रिसीवर सलीम को बेचा था। इस पर शिवांश की निशानदेही पर लखीमपुर खीरी में छापा मारकर आरोपी सलीम को गिरफ्तार किया गया। सलीम ने बताया कि उसने कार को मोहम्मद रईस उर्फ पप्पू को बेच दिया था।
मोहम्मद रईस को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने कार को अमरोहा निवासी फुरकान नामक व्यक्ति को कार बेचने की बात बताई।
इसके बाद जांच के दौरान मिली जानकारियों के आधार पर कार को वाराणसी स्थित एक पार्किंग से बरामद कर लिया गया। इस मामले में तीन से चार आरोपी को पकड़े जाने के लिए रेड जारी है।