सारा कुमारी। जैसे जैसे भाजपा सरकार की हिंदू विरोधी नीतियां और उसके हिंदू समाज पर हो रहे दुष्परिणाम सामने आ रहे है। हिंदू धीर धीरे जागरूक हो रहें है। और हर हिंदू भाई बहन गुस्से में कह रहे है, 2024 में NOTA दबाएंगे।
खासकर के @ISD के पाठक दर्शक तो हर प्लेटफार्म पर जा जा कर यहीं कह रहे हैं। बीजेपी को नही जितने देंगे, मोदी हिंदूद्रोही कार्य कर रहें हैं। अबकी बार NOTA पर वार। उनकी हार सुनिश्चित करेंगे। मुझे अपने लोगो के भोलेपन पर हसीं आती हैं। परंतु मन क्षुब्ध भी होता हैं।
मोदी जो इतने तीक्ष्ण बुद्धि वाले राजनीतिज्ञ है। जो भारत जैसे अनेकता वाले देश में भी अपने सभी वोटर इतने साध कर चल रहे है, दो दो बार बहुमत से केंद्र सरकार बना चुके हैं। तीन बार गुजरात जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके है। जब से राजनीतिक जीवन में आए हैं, चुनावी राजनीति में हार का मुंह नहीं देखा।उनके सामने अपने पत्ते खोल कर दिखा रहे हैं, की हम अगली ये चाल चलेंगे। तो मोदी जी क्या चुपचाप बैठे रहेगें।
अब हिंदुओं को क्या लगता हैं, मोदी ज़ी को ये सब नहीं पता है, वो क्या जनता के मूड को भांप कर नही चल रहे होगें। और यदि उनको इन सबका अनुमान है तो क्या वो इसकी काट ढूंढ कर नही रखेंगे। अवश्य उन्होने इसका हल कुछ न कुछ सोच रखा होगा।
इसलिए मेरे प्यारे भोले भाले हिंदू भाइयों बहनों इतनी मूर्खता का परिचय ना देते हुए, अपने पत्ते ना खोलो। बस इस वर्तमान सरकार को परिवर्तित करना है, इसी का प्रचार करों, बाकी सब अपनी अपनी रणनीति से चाल चले, और एक ऐसी चाल जिसका पता अंत समय तक आपके पड़ोसी को भी ना लगे।
और ये बात ऐसे ही निराधार रूप से नही कहीं जा रहा हैं, यदि आप गुजरात में 2002, से अब तक बीजेपी की सीटों पर गौर करें, तो मोदी जी के व्यक्तवो के अनुसार, उन्होने तो गुजरात में बहुत बढ़िया काम किया, गुजरात की काया पलट कर रख दी, फिर क्यूं हर साल चुनाव में बीजेपी की सीटें कम ही होती गईं, और इस बार जब लोगों को बीजेपी पर गुस्सा था, गुजरात में भी हिंदू रैलियों पर पत्थर बरसाएं गए, कृष्णा धारवाड़ की हत्या हुई, परंतु बीजेपी 150 , यानी बंपर आंकड़े से विजयि हुई।
यहां भी कई लोगों ने NOTA दबाया होगा। कहीं ऐसा तो नहीं, NOTA और कमल का निशान किसी को भी दबाओ, जीतेगा बीजेपी का कैंडिडेट ही। पता नहीं कुछ भी हो सकता हैं। सावधानी और होशियारी इसी में है, की अपने पत्ते छुपा कर रखें, और अंत समय में अर्जुन की तरह ऐसा निशाना साधे, की शिकारी चारों खाने चित्त। 10 वर्षो में मोदी जी से कुछ तो सिखा होगा सबने।
जय हिन्द जय भारत