अर्चना कुमारी। हिंदू हितों की दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी से जिस दिन नूपुर शर्मा को निकाला गया ,उस दिन से उनकी जान पर खतरा लगातार बना हुआ है। इतना ही नहीं जिन लोगों ने नूपुर शर्मा के बयान का सोशल मीडिया पर समर्थन कर दिया, उनमें से कई हिंदुओं की जान चली गई । इस बार नूपुर शर्मा सुर्खियों में इस वजह से है क्योंकि उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने जैश-ए-मोहम्मद और तहरीख-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े एक आतंकी को सहारनपुर से इस वजह से गिरफ्तार किया है क्योंकि वह नूपुर शर्मा की हत्या करने को आमादा था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि आतंकी का नाम मोहम्मद नदीम है और उसके निशाने पर एक पुलिस अधिकारी का कार्यालय भी था। हैरत की बात यह है कि वह इसके लिए फिदायीन हमला करने की तैयारी कर रहा था। इसके लिए वह 70 पेज का नोटबुक पढ़ता था ।
उत्तर प्रदेश एटीएस का कहना है कि सहारनपुर के गंगोह थाना अंतर्गत कुंडाकलां से गिरफ्तार किए गए मोहम्मद नदीम के पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया है जबकि उसके मोबाइल से एक एक्सप्लोसिव कोर्स Fidae Force नाम से PDF Document मिला है, जिसमें उसकी कारस्तानी के बारे में जिक्र किया गया है। इस दिशा में उसकी तैयारियां और बम बनाने के तरीके आदि भी पीडीएफ में दर्शाए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इसके अलावा मोहम्मद नदीम के फोन से पाकिस्तान व अफगानिस्तान के जैश-ए-मुहम्मद व तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों से चैट व वॉयस मैसेज भी मिले है।
एडीजी यूपी एटीएस का कहना है कि हार्डकोर आतंकी मो. नदीम का जिहाद के प्रति पूरी तरह से ब्रेनवाश हो चुका है और उसके मोबाइल फोन में मिले आतंकवादियों के चैट्स व एक्सप्लोसिव कोर्स के बारे में पूछताछ की जा रही है। आशंका है कि नदीम के साथ कुछ और स्लीपर सेल मौजूद हो सकते हैं जो भारत के विभिन्न शहरों में सीरियल बम धमाका करना चाहते हैं।
नदीम ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह 2018 से जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए तालिबान-ए-पाकिस्तान के आतंकवादियों से व्हाट्सएप टेलीग्राम , फेसबुक मैसेंजर क्लब हाउस आदि सोशल मीडिया से जुड़ा हुआ था जबकि उसने बम बनाने से लेकर फिदायीन हमला की तैयारी के लिए ट्रेनिंग ली थी। खुलासा किया गया है कि मोहम्मद नदीम द्वारा इन आतंकवादियों को लगभग 30 से अधिक Virtual Number, Virtual Social Media IDs बनाकर दिए गए थे। इसके अलावा
पाकिस्तान में रहने वाले तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकी सैफुल्ला ने मोहम्मद नदीम को फिदायीन हमले के लिए तैयार करने के लिए Explosive Course Fidae Force की बुकलेट दी थी। जिसके सहारे नदीम आत्मघाती बम बनाने की तैयारी कर रहा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि 70 पेज बुकलेट को तहरीक-ए-तालिबान के अलावा जैश ए मोहम्मद ने नदीम को ऑनलाइन भेजी। उर्दू व अंग्रेजी में लिखी 70 पेज की बुकलेट में हर तरह के बम बनाने की विधि लिखी हुई है।
फिदायीन हमलों के दौरान कौन सा बम सबसे अधिक असरदार होगा और ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने के लिए कैसे बम बनाये ये तमाम जानकारी बुकलेट में लिखी गई है। सूत्रों का कहना है कि पुछताछ में मुहम्मद नदीम ने बताया गया कि उसे अफगानिस्तान व पकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी स्पेशल ट्रेनिंग देने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे ,जिस पर वह वीज़ा लेकर पाकिस्तान जाता और वहां पर जैश-ए-मुहम्मद की आतंकी ट्रेनिंग लेता, साथ ही वह मिस्र देश के माध्यम से सीरिया एवं अफगानिस्तान जाने की भी योजना बना रहा था