विपुल रेगे। पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान के इस आशय के इंटरव्यू भारतीय मीडिया छाप रहा है कि उनके पास तो बहुत सी भारतीय फिल्मों के प्रस्ताव थे लेकिन ‘डर’ के कारण उन्होंने ये फ़िल्में नहीं की। माहिरा अचानक से ख़बरों में इसलिए दिखाई दे रही है, क्योंकि ज़ी5 पर रिलीज होने जा रहे एक पाकिस्तानी शो में वे मुख्य किरदार निभा रही हैं। भारत सरकार ने भले ही पाकिस्तान के कलाकारों पर बैन लगा दिया हो, लेकिन ज़ी5 पर पाकिस्तानी शो बेलाग दिखाए जा रहे हैं। ज़ी5 की इस पहल के चलते नई परंपरा शुरु हो सकती है। कदाचित पाकिस्तानी कलाकारों के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म के द्वार भारतीय फिल्मकारों द्वारा खोले जा सकते हैं।
ज़ी परिवार देश को एंटरटेनमेंट के साथ इंफोटेनमेंट भी देता है। उसका ज़ी न्यूज़ पाकिस्तान और आतंकवाद के विरुद्ध समाचार दिखाता है। एक ओर वह राष्ट्रवादी है तो दूसरी ओर ज़ी5 के ज़रिये वह एक ऐसा सेक्युलर भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म है, जो पाकिस्तान के टीवी शो दिखाने तनिक संकोच नहीं करता। ऐसा करके ज़ी परिवार संतुलन बनाए रखता है। शायद आपको याद हो कि ज़ी टीवी पर लंबे समय तक पाकिस्तानी धारावाहिक दिखाए जाते रहे।
ज़ी और पाकिस्तान का एक अटूट नाता है। ज़ी5 विश्व के 190 देशों में देखा जाता है, उनमें पाकिस्तान भी एक है। पिछले वर्ष तक ज़ी5 का पाकिस्तान से आर्थिक लेनदेन चलता रहा था। इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ़ पाकिस्तान ने सभी बैंकों को भारतीय स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के ऑनलाइन भुगतान को रोकने का निर्देश दिया था। इसके बाद ज़ी5 किसी भी तरह के ऑनलाइन भुगतान के लिए बैन कर दिया गया था।
इसका मतलब ये भी था कि पाकिस्तानी दर्शक कोई भी भारतीय या पाकिस्तानी कंटेंट के लिए ज़ी को ऑनलाइन भुगतान नहीं कर सकता था। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि इसके बाद भी ज़ी5 ने अपने प्रसारण को पाकिस्तान में जारी रखा। ये भी एक तथ्य है कि भारत में ज़ी5 पर पाकिस्तानी धारावाहिक देखने वाले दर्शक बड़ी संख्या में हैं।
माहिरा ख़ान का मीडिया को इंटरव्यू देना, इस बात का संकेत हो सकता है कि भविष्य में कोई भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म भारतीय कलाकारों को लात जमाकर पाकिस्तानी अभिनेताओं और गायकों को आमंत्रित कर ले। इसके पीछे सुनियोजित तरीके से जनसंपर्क कार्य कर रहा है। पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान ने साल 2017 में आई फिल्म ‘रईस’ में शाहरुख़ खान के साथ हिन्दी फिल्म उद्योग में पदार्पण किया था।
हालांकि इसके एक वर्ष पूर्व ही फिल्म निर्माताओं के संगठन इम्पा ने पाकिस्तानी कलाकारों के बॉलीवुड में काम करने पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद फिल्म प्रदर्शित हुई, क्योंकि शाहरुख़ खान की फिल्म को रोकने की क्षमता सरकार के अलावा किसी में नहीं है। सलमान खान जैसे लोगों ने उस समय इस बैन का खुलकर विरोध किया था।
सलमान का विरोध इसलिए भी था क्योंकि उनकी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों को इतनी उदारता से काम मिलता रहा कि बॉलीवुड के कई कलाकारों का कॅरियर ही समाप्त हो गया। इस प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान ने भी प्रतिशोध की कार्रवाई करते हुए भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस समय ज़ी5 पर पांच पाकिस्तानी शो बाग़ी, मेरे क़ातिल मेरे दिलदार, ओ रंगरेजा, सहर-ए-ज़ात और दयार-ए दिल दिखाए जा रहे हैं।
माहिरा को लेकर इतनी ख़बरें इसलिए आ रही हैं क्योंकि ज़ी5 पर उनका नया टीवी शो रिलीज होने जा रहा है। पाकिस्तान, भारत और दुबई में उनकी अच्छी फॉलोइंग है, इसलिए एक बड़ा पीआर कैम्पेन माहिरा के लिए किया जा रहा है। फिर मुझे याद आता है कि पिछले वर्ष देशभर से ओटीटी प्लेटफॉर्म को नियंत्रित करने की मांग सरकार के सामने लगातार रखी गई लेकिन सरकार के मंत्री सोते रहे।
आज ज़ी 5 पाकिस्तान के शो दिखा रहा है। कल को वह भारतीय कलाकारों के स्थान पर पाकिस्तानी कलाकारों को फिट कर देगा, तो सरकार क्या कर लेगी। सरकार ने तो पहले ही इन लोगों को सेल्फ रेगुलेशन की बचकानी नियमावली देकर अपने हाथ बाँध लिए हैं।