अर्चना कुमारी। भाजपा शासित महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज के खिलाफ नफरत भरी पोस्ट की गई और जब विरोध किया गया तो मुस्लिम समुदाय के लोग सड़क पर उतर आए। इसके बाद हिंदू भी सड़क पर उतरे।जिससे दो समुदायों के बीच बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक झड़प हुई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और आठ लोग घायल हो गए।
पुलिस ने कई अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है लेकिन इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।पुणे से करीब 150 किलोमीटर दूर पुसेसावाली गांव से हिंसा शुरू हुई थी। देखते देखते दोनो समुदाय के लोगों ने एक दूसरे के दुकानों और घरों में आग लगा दी।महाराष्ट्र के सातारा जिले की खटाव तहसील में रविवार 10 सितंबर की रात एक समुदाय ने दूसरे समुदाय के लोगों के घरों पर पथराव किया, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई।
बताया जाता है 9 सितंबर को एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ पोस्ट की थी। इसके बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल था। हालात काबू करने के लिए इलाके की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।पुलिस ने पोस्ट करने वाले व्यक्ति को हिरासत में लिया,घटना के दौरान मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने गांव में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी की। उन्होंने सड़क किनारे खड़े वाहनों में भी आग लगा दी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद सातारा के समीर शेख पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद हालात नियंत्रित हुए। लेकिन हिंदू पक्ष के लोग उन पर मामले में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है। हिंदू लोगों का कहना है कि वह एक तरफा कार्रवाई कर रहे हैं। इस बीच सातारा सांसद ने शांति बनाए रखने की अपील की,सातारा से सांसद श्रीनिवास पाटिल ने सरकार से हालात को नियंत्रित रखने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा, यहां जो कुछ हुआ, बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
मेरी अपील है कि सभी लोग शांति बनाए रखें।वहीं, सातारा के डीएम ने भी अपील की कि लोग सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट ना करें, जिससे तनाव पैदा हो। उन्होंने कहा कि लोग अफवाहों पर ध्यान ना दें और इलाके में शांति बनाए रखें।
इस बीच महाराष्ट्र के अहमदनगर में जुलूस के दौरान 2 गुटों में पथराव हो गया। पुलिस के मुताबिक, शेवगांव इलाके में संभाजी जयंती के दौरान जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस में लोगों ने धर्म स्थल के पास गुजरते वक्त नारेबाजी की थी। इसके बाद दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया।