आईएसडी नेटवर्क। प्रवर्तन निदेशालय अब राजनेताओं के साथ-साथ फिल्म उद्योग को भी लपेटे में ले रहा है। अभिनेता रणबीर कपूर को ईडी की ओर से समन भेजा गया है। ईडी ने रणबीर को एक ऑनलाइन गेमिंग एप के मामले में समन भेजा है। इस मामले में रणबीर के अलावा और भी कई फ़िल्मी सितारें चपेट में आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार 6 अक्टूबर को रणबीर कपूर का बयान दर्ज किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक इस केस में फिल्म उद्योग के 14 सितारे ईडी के राडार पर आ गए हैं।
ये मामला एक ऑनलाइन गेमिंग एप ‘महादेव बुक ऑनलाइन लॉटरी’ से जुड़ा हुआ है। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने कई शहरों में छापे मारे थे। इस छापेमारी में 417 करोड़ की रकम बरामद की गई थी। छापेमारी के दौरान महादेव एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी के वीडियो ईडी के हाथ लगे। पता चला कि सौरभ ने संयुक्त अरब अमीरात जाकर विवाह किया था और इसमें लगभग 200 करोड़ खर्च किये गए थे।
बॉलीवुड के सितारों का नाम इस मामले में इसलिए आया है क्योंकि वे इस विवाह में सम्मिलित हुए थे। इस केस में टाइगर श्रॉफ से लेकर सनी लियोनी, नेहा कक्कड़ और राहत फतेह अली खान जैसे सितारों के नाम शामिल है। अब ईडी 36 अक्टूबर को सबसे पहले रणबीर कपूर से पूछताछ करने जा रहा है। महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप कई वेबसाइट व एप का एक सिंडिकेट है। इस कंपनी पर अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ता दिलाने, बेनामी बैंक खातों व पैसों की हेराफेरी करने का आरोप है।
इस केस में रणबीर कपूर, नुसरत भरूचा, कृष्णा अभिषेक, अली असगर, विशाल ददलानी, पुलिकत सम्राट, नेहा कक्कड़, एली अवराम, भारती सिंह, सनी लियोन, भाग्यश्री, आतिफ असलम, टाइगर श्रॉफ, राहत फ़तेह अली खान, कृति खरंबदा के नाम आए हैं। ‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार सौरभ चंद्राकर के विवाह के वीडियो में ये लोग साफ़ दिखाई दिए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि इन हस्तियों को विवाह में भाग लेने के लिए करोड़ों का भुगतान किया गया था।
अब प्रवर्तन निदेशालय इसी भुगतान को लेकर इन सभी से पूछताछ कर सकती है क्योंकि ये भुगतान ‘हवाला’ के माध्यम से किया गया था। बताया जा रहा है कि इस एप को प्रमोट करने वाले 100 से अधिक लोगों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। ईडी की ओर से ये नहीं बताया गया कि इन सभी सितारों को विवाह में हिस्सा लेने और प्रचार करने के लिए कितने पैसे दिए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार ये कंपनी कथित तौर पर नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, उपयोगकर्ता आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के माध्यम से धन शोधन करने के लिए ऑनलाइन बुक सट्टेबाजी एप्लिकेशन का उपयोग कर रही थी।