अर्चना कुमारी। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण का मुद्दा फिर गरमा गया है। महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगाव से राकांपा विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास को आग के हवाले करने के बाद, मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं के एक समूह ने स्थानीय नगरपालिका परिषद भवन की पहली मंजिल को आग लगा दी और वहां तोड़फोड़ की।
पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में, डंडों से लैस मराठा आरक्षण समर्थकों ने छत्रपति संभाजीनगर जिले के गंगापुर में भाजपा विधायक प्रशांत बांब के कार्यालय में तोड़फोड़ की। दोनों घटनाओं में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विधायक सोलंकी के आवास को आग के हवाले करने के बाद, मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं का एक समूह माजलगाव नगरपालिका परिषद भवन गया, जो पारली रोड के पास स्थित है।
उन्होंने वहां तोड़फोड़ की। यह घटना मुंबई से 400 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित माजलगाव में दोपहर करीब डेढ बजे हुई। इन लोगों ने डंडों और पत्थरों से भवन की खिड़कियों के कांच तोड़ डाले। इसके बाद, उपद्रवी भवन की पहली मंजिल पर गए और उसे आग के हवाले कर दिया तथा वहां मौजूद फर्नीचर जला दिया।
उन्होंने बताया कि दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। उन्होंने कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, ताकि नगरपालिका परिषद भवन को आग के हवाले करने वालों की पहचान की जा सके। उन्होंने कहा कि घटना के सिलसिले में एक मामला दर्ज करने की प्रक्रिया भी जारी है।
पुलिस ने बताया कि छत्रपति संभाजीनगर जिले के गंगापुर में हुई दूसरी घटना के सिलसिले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उसने बताया कि मराठा आरक्षण समर्थकों के एक समूह ने भाजपा विधायक बांब के कार्यालय के अंदर रखा फर्नीचर और कमरे की खिड़कियों के कांच तोड़ डाले, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
हिंसा और आगजनी की ये घटनाएं ऐसे वक्त हुई हैं, जब आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में 25 अक्टूबर से आमरण अनशन कर रहे हैं। वह मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दूसरे चरण के तहत अनशन पर बैठे हैं।देश आजाद होने पर बाबा साहब की आरक्षण देकर कमजोर और लाचार को सबल बनाने की पहल अब वोट बैंक के चलते आमजनो पर भारी पर रहा है।
इस बीच महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग बढ़ती जा रही है और मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन हिंसक हो गया है। घटना के बाद एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके ने कहा कि जब हमला हुआ तब मैं अपने घर के अंदर था। ज्ञात हो इससे पहले मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जारांगे पाटिल ने शनिवार 14 अक्टूबर को जालना जिले में एक रैली आयोजित करते हुए शिंदे सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस रैली में उन्होंने घोषणा की थी कि 10 दिन बाद या तो विजय जुलूस निकाला जाएगा या फिर उसकी अंतिम यात्रा निकलेगी। इसके बाद मुंबई में एक आंदोलनकारी ने आत्महत्या कर ली थी।