अर्चना कुमारी। उसने इस कलियुगी बेटे को जन्म दिया। जो उसे सेवा करने की बजाय पीटता रहा। जब वायरल हुआ दरिंदगी का वीडियो तो आरोपी बेटा वकील अंकुर वर्मा पकड़ा गया। 73 वर्षीय मां को उस काम के लिए बेरहमी से पीटा गया, जो उन्होंने नहीं किया था। चौंकाने वाली घटना पंजाब के रोपड़ में घटी।
बुजुर्ग को उसके बेटे ने इस आरोप में पीटा कि वह अपने बिस्तर पर पेशाब कर रही थी। सीसीटीवी से खुलासा हुआ पोते ने दादी को फंसाने के लिए उनके बिस्तर पर गिराया पानी फिर बेटा उसे बेरहमी से पीटता है। न जाने कितनी बार आरोपी ने अपनी मां के गोद में पेशाब किया होगा लेकिन उसे अब याद नही।
पीड़िता आशा रानी की बेटी दीपशिखा द्वारा पुलिस को सौंपे गए वीडियो क्लिप में रोपड़ के वकील अंकुर वर्मा, उनकी पत्नी सुधा और एक किशोर को बेरहमी से पीटते हुए देखा गया था।इस पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 327, 342, 323 और माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम की धारा 24 के तहत मामला दर्ज करते हुए वकील को गिरफ्तार कर लिया है।
ज्ञानी जैल सिंह नगर इलाके की रहने वाली पीड़िता को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों को उसके शरीर पर कई चोट के निशान मिले। उनकी बेटी दीपशिखा ने कहा कि उसे पता चला कि उसकी मां को उसके भाई और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके बाद वह घर गई और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों तक पहुंचने में कामयाब रही। उसने पुलिस की इस बारे में बताया।
महिला का बेटा वकील है, उसे सीसीटीवी कैमरे से मिले सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया। उसने खुद अपनी मां के कमरे में उस पर नजर रखने के लिए कैमरा लगाए हुआ था। लेकिन गिरफ्तारी से पहले वकील ने कहा कि वह अपनी मां की सेवा कर रहा था। उसने पिटाई से इंकार किया। जांच में पता चला आशा रानी अपने बेटे, बेटी और बहू के साथ पंजाब के रोपड़ में रहती हैं।
उनके पति की दिल का दौरा पड़ने सेबक साल पहले हो गई थी। उन्होंने अपनी बेटी दीपशिखा को बताया था कि उनका बेटा अंकुर वर्मा और उसकी पत्नी सुधा उनके साथ मारपीट करते हैं। इस पर सबूत जुटाने के लिए दीपशिखा अपनी मां के कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज हासिल करने में कामयाब रही और उसने जो कुछ देखा, पुलिस को बताया।
जिसके बाद यह करवाई हुई। पिटाई के वीडियो में पीड़िता का पोता आशा रानी के गद्दे पर पानी डालता है और फिर अपने माता-पिता से शिकायत करता है कि दादी ने बिस्तर गीला कर दिया है। इस पर अंकुर और सुधा को जांच करने के लिए आते देखा जाता है और अंकुर को बिस्तर पर लेटी हुई महिला पर हमला करते देखा जाता है।
वह उसकी पीठ पर मुक्का मारता है, उसे बार-बार थप्पड़ मारता है और बारी-बारी से दोनों पर थप्पड़ मारता है, जबकि ऐसा प्रतीत होता है कि वह उस पर चिल्ला रहा है। ऐसा करीब एक मिनट तक ऐसा चलता है। इसके बाद अंकुर चला जाता है और तभी सुधा व पोता कमरे में आते हुए दिखाई देते हैं। सुधा इशारा करती है और कुछ कहती है और अंकुर फिर से अंदर आता है, अपनी मां को बालों से पकड़ता है और बार-बार उसका सिर झटका देता है।
वह उसे थप्पड़ मारते और उसके सिर पर मुक्का मारते नजर आ रहे हैं। जब वह ऐसा करता है तो उसकी पत्नी और बेटा कमरे से बाहर चले जाते हैं, लेकिन वह अपनी मां पर हमला करता रहता है। दीपशिखा की शिकायत के आधार पर पुलिस की एक टीम और एक एनजीओ के कुछ लोग शनिवार को आशा रानी के घर पहुंचे और उसे बचाया। पूछताछ के दौरान अंकुर ने कहा कि वह अपनी मां की सेवा कर रहा था. उनकी “मानसिक स्थिति ठीक नहीं है लेकिन उसकी दलील को माना नही गया।