दिल्ली। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती 1008 जी महाराज ने राजनीतिक दलों से गौ रक्षा की उम्मीद लगाए महीनों की प्रतीक्षा की। परंतु निराशा हाथ लगी। शंकराचार्य जी ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए 13 मार्च से दिल्ली पदयात्रा की जो की 28 मार्च को खत्म हुई।
शंकराचार्य जी के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया कि 28 मार्च को दिल्ली में “संसद भवन” के पास शंकराचार्य जी महाराज की पदयात्रा का समापन हुआ। आज 29 मार्च को शंकराचार्य जी महाराज द्वारा पत्रकार वार्ता की गई, जिसमें उन्होंने भारत के निर्वाचन आयोग में पंजीकृत 2600 से भी अधिक राजनीतिक दलों में से गोहत्या बन्दी कानून के लिए अपनी प्रतिबद्धता घोषित करने वाले दलों को “भाई दल” व इस विषय पर मौन रहने वाले बाकी दलों को अवधारणा के आधार पर “कसाई दल” निरूपित करते हुए सूची जारी कर दी हैं।
देश में ऐसी 32 पार्टियां हैं, जो विशेष रूप से चाहती है कि देश में गौ हत्या बंद हो वह भाई पार्टी हैं और बाकी पार्टियों जिन्होंने इसका समर्थन नहीं किया वह कसाई पार्टी में आती है। भाई पार्टी ने लिखित रूप से शंकराचार्य जी को गौ हत्या बंद होने का समर्थन दिया है।
भाई पार्टी की सूची
- एकम सनातन भारत दल
- विश्व शक्ति पार्टी
- अखिल भारतीय हिंदू महासभा
- सर्वजन सनातन पार्टी
- हिंदू समाज पार्टी
- अखिल भारतीय राम राज्य परिषद
- भारतीय गरीब पार्टी
- राष्ट्रीय समाजवादी जनशक्ति पार्टी
- इंडियन स्वर्ण समाज पार्टी
- जनता उन्नति पार्टी
- अपनी जनतांत्रिक पार्टी
- वीरों के वीर इंडियन पार्टी
- उत्तराखंड क्रांति दल
- भारतीय महासंघ पार्टी
- विद्या जनता पार्टी
- किसान पार्टी ऑफ़ इंडिया
- स्वाभिमान पार्टी
- भारतीय जवान किसान पार्टी
- राष्ट्रीय सर्वांगीण विकास पार्टी
- भारतीय समानता पार्टी
- न्याय पार्टी
- अपना भारतीय सनातन पार्टी
- आरक्षण विरोधी पार्टी
- राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी
- भारत खंड नवनिर्मन सेना
- बुलंद भारत पार्टी
- युगा तुलसी पार्टी
- राष्ट्र निर्माण पार्टी
- अखिल भारतीय हिंद क्रांति पार्टी
- हिंद समर्पित पार्टी
- भारतीय सामान्य गठबंधन (एलाइंस ऑफ 22 पार्टी)
- बॉबी पनवार (इंडिपेंडेंड)
भारी मन से जारी की सूची –
परमाराध्य शंकराचार्य ने सूची जारी करते हुए कहा कि वह यह कार्य भारी मन से कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि भारत के अधिकांश दल ‘गौहत्या बन्दी’ कानून के लिए आगे आएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ।
अशोक साहू ने बताया कि परमाराध्य शंकराचार्य जी ने स्पष्ट किया कि ‘भाई’ एवं ‘कसाई दल’ के रूप में सूची जारी करने का उद्देश्य किसी पार्टी विशेष को हराना या जिताना नहीं है, बल्कि यह सूची उन हिन्दुओं के सहयोग के लिए जारी की जा रही है जो सरकार में आकर गौहत्या करने वाली पार्टियों को वोट दे गौहत्या का पाप अपने माथे पर नहीं लेना चाहते हैं।