अर्चना कुमारी। यूपी में रामराज्य की चर्चा है लेकिन झांसी के बरुआ सागर में शिव मन्दिर कैलाश पर्वत के पुजारी की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई। उनका शव मंदिर से करीब सौ मीटर दूर झाड़ियों में से लहूलुहान हाल में बरामद हुआ और पुलिस हत्यारोपियो को नही ।
एसएसपी राजेश एस, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह भी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर जा पहुंचे। फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया गया। फोरेंसिक टीम ने यहां पहुंचकर नमूने लिए। पुलिस अफसरों ने आसपास के लोगों से पूछताछ करने के साथ ही काफी देर तक तहकीकात की हालांकि पुलिस का कहना है हत्या की वजह साफ नहीं हुई है। परिजनों ने भी किसी रंजिश की बात से इनकार किया है। मंदिर के अंदर सभी सामान सुरक्षित मिले। हत्यारे की तलाश में पुलिस जुट गई है।
बताया जाता है, सनोरा मोहल्ला निवासी कैलाश जोशी (62) पुत्र बाबू लाल शिव मंदिर में पुजारी थे। पहाड़ी के नीचे परिवार के साथ रहते थे। खाना खाने रोजाना घर जाते थे। शुक्रवार रात से घर नहीं पहुंचे। रविवार सुबह सफाई कर्मचारी मंदिर पहुंचा तब कैलाश की कुटिया खुली हुई थी। यह देख उसने कुटिया में ताला लगाकर उसकी चाबी देने उनके घर चला गया।
यहां परिजनों को उनके मंदिर में न होने की बात मालूम चली। इसके बाद उनको तलाशते हुए उनका बड़ा बेटा राजेंद्र ऊपर मंदिर में पहुंचा। यहां कैलाश नहीं मिले। राजेंद्र ने उनके मोबाइल पर फोन मिलाया लेकिन, मोबाइल मंदिर के अंदर रखा था।
पुजारी कैलाश का पता न चलने से परेशान अन्य परिजन भी वहां पहुंच गए। तलाशने के दौरान मंदिर के पीछे रास्ते में कैलाश की चप्पल पड़ी मिली। जब उन लोगों ने वहां तलाशना शुरू किया तब पहाड़ी से करीब सौ मीटर नीचे झाड़ी में कैलाश की खून से रक्तरंजित लाश पड़ी थी। सिर पर वजनी चीज से प्रहार किया गया था। गले एवं चेहरे पर भी चोट के निशान थे।
परिवार में तीन बेटे हैं, जबकि उनकी पत्नी की कई साल पहले मौत हो चुकी। तीनों बेटों की शादी हो चुकी है। तीनों बेटे प्राइवेट काम करते हैं। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि परिजनों ने किसी तरह की रंजिश की बात से इनकार किया है।