फ्रांस में पैगंबर साहब का कार्टून बनाने की दुस्साहस करने में एक टीचर को जान गवानी पड़ी जबकि कांग्रेस शासित राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक गुरुद्वारे से पुलिस की मौजूदगी में बदमाश श्री गुरु ग्रंथ साहिब लेकर फरार हो गए और कथित कुछ सिख समुदाय के लोग किसान आंदोलन की आड़ में नापाक मांगे मनवाने के लिए दिल्ली में घुसने को आमादा है ।
हैरत की बात तो यह है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद कोई भी कांग्रेसी नेता इस पर दुख व्यक्त नहीं कर रहा है जबकि गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप की सुरक्षा के लिए हाईकोर्ट के आदेश के बाद पुलिस तैनात की गई थी और बेखौफ बदमाशों ने सिपाहियों पर हमला कर इस वारदात को अंजाम दिया।
राजस्थान के शहर श्रीगंगानगर जिले में बदमाशों को कानून का खौफ बिल्कुल नहीं है। यही वजह है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी कानून की धज्जियां उड़ाते हुए कुछ बदमाश एक गुरुद्वारे से रात को गुरुग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरुप को उठा ले गए। बेखौफ बदमाशों ने पुलिस की मौजूदगी में सुरक्षा के बीच गोलियां चलाते हुए इस वारदात को अंजाम दिया है और पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
दरअसल यह मामला जिले के 11जी छोटी स्थित गुरुद्वारे का है। जहां पर मंगलवार रात को करीब डेढ़ दर्जन बदमाशों ने ना केवल जमकर उत्पात मचाया बल्कि कानून की धज्जियां उड़ा दीं। बताया जाता है कि हथियारबंद बेखौफ बदमाश हथियारों के बल पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब लेकर फरार हो गए जबकि मौके पर आए हथियारबंद बदमाशों ने वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों के मोबाइल फोन भी छीन लिए।
राजस्थान पुलिस का कहना है कि मौके पर पहुंचे बदमाश पूरी प्लानिंग के साथ आए थे और वारदात को अंजाम देने के बाद गुरुद्वारे परिसर मे लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी अपने साथ ले गए ताकि उनके करतूतों के बारे में किसी को पता ना चल पाए। बताया जाता है कि देर रात कर्फ्यू के दौरान हुए इस वारदात से इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया और पुलिस का दावा है कि वह इस घटना में शामिल बदमाशों को पकड़ने में जुटी हुई है।
पुलिस को जांच में पता चला है कि 11 जी गुरुद्वारे में पिछ्ले लंबे समय से गुरु ग्रंथ साहब रखने का विरोध कुछ कट्टरपंथी सिख कर रहे हैं और यह मामला कोर्ट में लंबित है। संबंधित कोर्ट ने यथास्थिति बनाए रखने के आदेश दे रखे हैं जबकि कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद से ही गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप की सुरक्षा में पुलिस बल तैनात की गई थी। 11 जी गुरुद्वारे के बाबा गुरसेवक सिंह ने मीडिया को बताया है कि हाईकोर्ट के आदेश पर गुरु ग्रंथ साहब की सुरक्षा को लेकर पुलिस के पांच जवान गुरुद्वारे के बाहर तैनात थे लेकिन मंगलवार देर रात हुई इस घटना के बाद राजस्थान पुलिस पर भी सवाल उठना लाजमी है।
बाबा गुरु सेवक का कहना है कि पुलिस को चाहिए कि वह आरोपियों को जल्दी पकड़े और उसे सजा दिलाए। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में मुख्य भूमिका निभा रहे तेजेंद्र पाल सिंह टीमा के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा है कि टीमा खुलेआम अभी भी चेतावनी दे रहा है और गुरु ग्रंथ साहब उठाने के लिए खुद की भूमिका दर्शा रहा है और ऐसे में खुलेआम अदालत के आदेश की अवहेलना भी हुई है।
इस घटना को लेकर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहीराम विश्नोई का कहना है कि गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहब उठाने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने चारो तरफ नाकाबंदी करवाई और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है लेकिन अभी गुरु ग्रंथ साहब ना तो मिला है और ना ही कोई आरोपी को पकड़ा जा सका है। उनका कहना है कि गुरुद्वारे पर हमला करने वाले बदमाशों ने हथियारों से पुलिस पर हमला भी किया जबकि जांच में यह पाया गया है कि धावा बोलकर गुरुद्वारे से गुरु ग्रंथ साहब को उठाकर ले गए।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है। पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि इस घटना को लेकर पुलिस की तरफ से अलग से कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है और इसी मुकदमे में पुलिस के साथ हुई घटना को जोड़ा जायेगा जबकि हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना पर श्रीगंगानगर पुलिस का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश की पालन अवश्य करवाई जाएगी। जो लोग हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ गुरु ग्रंथ साहब को उठाकर लेकर गए हैं,
उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद सिख संगत ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए मामले में संलिप्त बदमाशों को गिरफ्तार करने की मांग की है जबकि इसके अलावा कुछ अन्य धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने भी धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए इस प्रकार की घटना रोकने की मांग की है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि श्रीगंगानगर. जिले के चूनावढ़ थाना इलाके में 11 जी छोटी स्थित गुरुद्वारे में मंगलवार रात को करीब डेढ़ दर्जन बदमाश छोटे बड़े हथियार के साथ मौके पर पहुंचे थे और इन लोगों ने जमकर उत्पात मचाया था।
इसी दौरान हथियारबंद बदमाश हथियारों की नोक पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब (Sri Guru Granth Sahib) लेकर फरार हो गये। बताया जाता है कि इस गुरुद्वारे में पहले ही विवाद चल रहा है और इस बीच हुई इस घटना ने और तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस सूत्रों का यह भी कहना है कि करीब एक दर्जन संदिग्ध बदमाशों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है जबकि 11 जी छोटी स्थित गुरुद्वारा प्रबंधन के सदस्यों ने चूनावढ़ थाने में पहुंचकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपनी शिकायत रिपोर्ट दर्ज कराई है ।
पुलिस सूत्रों की माने तो11 जी छोटी गुरुद्वारे में प्रकाशमान गुरू ग्रंथ साहिब को लेकर विवाद मे यहां एक पक्ष का आरोप है कि 11 जी छोटी गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के द्वारा गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को मढ़ी यानी कब्र के ऊपर प्रकाशमान किया हुआ है जबकि इस वजह से गुरू ग्रंथ साहिब की बेअदबी हो रही है। दूसरा पक्ष का तर्क है कि आरोप बेबुनियाद है जबकि इन लोगों का कहना है कि निर्माणाधीन गुरुद्वारे में पूरी धार्मिक रीति-रिवाजों और सम्मान के साथ गुरू ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूप को प्रकाशमान किया गया है।