आईएसडी नेटवर्क। देश में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर नाना पाटेकर किसानों के समर्थन में उतर आए हैं। नाना पाटेकर ने स्पष्ट रुप से कहा है कि किसानों को अब ये तय करना होगा कि देश में किसकी सरकार लानी है। एक किसान सम्मेलन में किसानों को मराठी भाषा में संबोधित करते हुए नाना ने किसानों की हालत पर चिंता व्यक्त की। राजनीतिक दलों से नाराजगी जाहिर करते हुए नाना ने कहा कि सरकार से अब मांगना छोड़ दो।
देश में किसान आंदोलन चल रहा है और ऐसे समय पर देश की प्रसिद्ध हस्तियां या तो खामोश हैं या फिर अनंत अंबानी के प्री वेडिंग शूट में ठुमके लगा रही है। हाल ही में महाराष्ट्र के एक किसान आंदोलन में शामिल हुए नाना ने जब किसानों से बात की, तो उनका ये भाषण जबरदस्त ढंग से वायरल हो गया। नाना ने किसानों से कहा कि ‘अब समय है कि किसानों को कुछ भी माँगना बंद कर देना चाहिए। उन्हें अच्छे दिनों का इंतज़ार नहीं करना चाहिए। उन्हें तय करना चाहिए कि अब देश में किसकी सरकार लानी है।’
नाना ने कहा कि पहले देश में सत्तर से अस्सी प्रतिशत किसान हुआ करते थे और आज केवल पचास प्रतिशत ही रह गए हैं। उन्होंने कहा, ‘सरकार से अब कुछ मांगो मत, अब ये तय करो कि सरकार किसकी लानी है।’ नाना ने कहा कि आज़ादी के बाद से सोने-चांदी का भाव बढ़ गया तो अनाज का भाव क्यों नहीं बढ़ता। उन्होंने कहा ‘मुझे राजनीति करते नहीं आती, यदि मैं चला जाऊं तो दूसरे दिन ही पार्टी से निकाल दिया जाऊंगा। नाना ने राजनीतिक दलों को बिना नाम लिए कहा ‘आपने नई पीढ़ी के सामने कोई आदर्श नहीं रखे हैं, किसकी आशा पर हमें जागना चाहिए।’
नाना ने अपने भाषण में कृषि के बहाने महाराष्ट्र और केंद्र सरकार पर तीखे हमले किये। नाना ने कहा ‘जो हमें रोज खाना देता है उसकी किसी को पड़ी नहीं, तो हमें आपकी यानि सरकार की क्या पड़ी है’? उन्होंने ये भी कहा कि वह किसान के रूप में जन्म लेना चाहेंगे। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं आत्महत्या भी कर लूं तो भी मैं किसान ही बनकर जन्म लूंगा, किसान कभी ये नहीं कहेगा कि मैं किसान के रूप में जन्म नहीं लेना चाहता हूं’। उल्लेखनीय है कि हरियाणा और पंजाब के किसान आंदोलनकारियों को महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक किसानों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। नासिक में हज़ारों आदिवासी किसानों ने मुंबई की ओर कूच करने की चेतावनी दे दी है।