भाजपा में लोकतंत्र होता तो मिश्र जी सेंसर बोर्ड को कटघरे में खड़ा कर सकते थे
उस गीत को सुनकर तारीफ़ के लिए जोशी को पकिस्तान से कॉल…
विश्व के सबसे महान पौराणिक ग्रंथ की ऐसी दुर्गति इससे पहले कभी देखी नहीं गई
आदिपुरुष की शूटिंग तो पिछले वर्ष फरवरी में ही पूरी हो चुकी…
ये बयान आपको हमेशा के लिए फिल्म उद्योग से आउट करवा सकता है
आप हमें कहते हैं रावण और खिलजी में क्या अंतर है।