अर्चना कुमारी। हरियाणा में भड़की हिंसा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेशवासियों से शांति की अपील की है जबकि विपक्षी दलों ने उनका इस्तीफा मांगा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि मेवात में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य पुलिस से बाकायदा इजाजत लेकर भगवा यात्रा निकाल रहे थे लेकिन सूचना मिल रही है कि जैसे ही यात्रा ननड गांव के करीब पहुंची तो दूसरे समुदाय के लोगों ने यात्रा पर पथराव करना शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जनता से शांति की अपील की है। उन्होंने आगे कहा कि बातचीत और संवाद से सभी विषय हल हो सकते हैं। सभी नागरिक ‘हरियाणा एक- हरियाणवी एक’ के सिद्धांत पर चलकर प्रदेश और समाज के हित में योगदान दें जबकि कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इस हिंसा को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला।
उनका कहना था कि, मेवात के नूंह, मानेसर व गुड़गांव से आ रही हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़ और दंगे की खबरें अत्यंत चिंताजनक भी हैं और दिल दहलाने वाली है। ये सीधे सीधे क़ानून व्यवस्था का फेल्यर है, खट्टर सरकार की नाकामी का नतीजा है,भाजपा-जजपा सरकार ने प्रदेश को पहले जातीय दंगों की आग में धकेला और अब धार्मिक दंगों की ज्वाला में हरियाणा का अमन चैन झुलसाया जा रहा । समाजवादी नेता अखिलेश यादव ने बताया हरियाणा की हिंसा, मणिपुर के बाद ‘डबल इंजन’ सरकार की नाकामी का एक और उदाहरण है और सरकार के रूप में भाजपा का इंजन फेल हो गया