अर्चना कुमारी। अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या करने के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ आरोप तय करने को लेकर फैसला टला। फैसला सुनाने वाले जज छुट्टी पर है ,जिसके चलते फैसला नही आ पाया। कोर्ट 9 मई को अपना फैसला सुनायेगा। पिछली सुनवाई में कोर्ट श्रद्धा के पिता की उनकी बेटी का अस्थि लौटाए जाने की मांग वाली अर्जी पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा था।
श्रद्धा के पिता ने कहा है कि वह अपनी बेटी का उसकी मौत के पूरे होने के एक साल के भीतर उसका अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। इस वजह से उनके बेटी की अस्थि लौटाने का निर्देश दिया जाए। श्रद्धा वालकर के पिता विकास मदन वालकर ने अदालत में अर्जी देकर अपनी बेटी के अवशेष उपलब्ध कराने का अनुरोध किया , ताकि परंपरा और संस्कृति के अनुसार उसका दाह संस्कार किया जा सके।
श्रद्धा का पिछले साल 18 मई को उसके ‘लिव-इन पार्टनर’ आफताब अमीन पूनावाला ने कथित तौर पर गला घोंट दिया था और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिये थे। उन टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक फ्रिज में रखा था। पकड़े जाने से बचने के लिए उसने उन टुकड़ों को राष्ट्रीय राजधानी में अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था।
पुलिस ने इस मामले में 24 जनवरी को 6,629 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी।इस चार्जशीट में मर्डर की थ्योरी साइंटिफिक सबूतों का जिक्र और केस से जुड़े 150 गवाहों के बयान भी हैं।