आईएसडी नेटवर्क। न्यूज़ ब्रॉडकास्टिंग व डिजिटल डर्ड्स अथॉरिटी (NBDSA) के घेरे में देश के तीन न्यूज़ एंकर्स फंस गए हैं। एनबीडीएसए ने न्यूज़ 18 इंडिया और टाइम्स नाउ नवभारत पर कड़ा जुर्माना लगाया है। इस मामले में इन चैनलों के एंकर्स अमिश देवगन और अमन चोपड़ा पर आर्थिक दंड लगाया है और एक अन्य एंकर सुधीर चौधरी को कड़ी चेतावनी दी गई है। इन तीनों एंकर्स ने बहुचर्चित श्रद्धा वालकर हत्याकांड और रामनवमी पर भड़की हिंसा को लेकर शो किये थे।
देश के तीन बड़े न्यूज़ चैनलों को उनके एंकर्स के कारण देशभर में शर्मिंदा होना पड़ा है। आज तक, न्यूज़ 18 इंडिया और टाइम्स नाउ नवभारत को उसके विवादित शोज के चलते घेरे में ले लिया गया है। निजी टेलीविजन समाचार, करंट अफेयर्स और डिजिटल ब्रॉडकास्टर्स का अवलोकन करने वाली एनबीडीएसए ने अमिश देवगन और अमन चोपड़ा की रिपोर्टिंग पर कड़ी आपत्ति लेते हुए कार्रवाई की है।
इन पर आरोप है कि इन्होने 2022 में दिल्ली में हुए श्रद्धा वालकर हत्याकांड पर भड़काने वाली रिपोर्टिंग की और रिपोर्टिंग का एंगल लव जिहाद पर रखा था। एनबीडीएसए ने इन चैनलों पर दिखाए गए शोज को हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अमिश देवगन और अमन चोपड़ा पर पचास-पचास हज़ार का आर्थिक दंड भी लगाया गया है। वहीं आजतक के विवादित एंकर सुधीर चौधरी को चेतावनी दी गई है। सुधीर चौधरी ने रामनवमी की हिंसा पर आधारित एक शो किया था।
मामले की सुनवाई करते हुए एनबीडीएसए अध्यक्ष ए. के. सीकरी ने कहा कि ‘ जिस तरह से एंकरों ने इस मामले को लेकर डिबेट की वो बेहद गलत था। इस डिबेट शो में एंकरों ने पूरे समुदाय को निशाने पर लिया। लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल इस तरह से नहीं किया जा सकता क्योंकि ये धर्मनिरपेक्षता के माहौल को खराब कर सकता है।’ टाइम्स नाउ नवभारत पर झारखंड के मानवी राज सिंह केस में लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल गलत ढंग से करने पर एक लाख का आर्थिक दंड ठोंका गया है।
इस शो को हिमांशु दीक्षित होस्ट कर रहे थे। इन सभी एंकर्स का इतिहास विवादित ही रहा है। अमिश देवगन, सुधीर चौधरी और अमन चोपड़ा के शोज पर पहले भी आपत्ति ली जा चुकी है और बहुत सी शिकायते दर्ज भी की गई थी। इनमे सुधीर चौधरी का तो लंबा इतिहास रहा है। दो सप्ताह पहले सुधीर चौधरी पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर टिप्पणी करने के बाद आदिवासी समाज का अपमान करने का आरोप लगा था। इसके लिए सुधीर चौधरी को माफ़ी मांगनी पड़ी थी। 2023 में कर्नाटक सरकार ने सुधीर को गलत सूचना फैलाने पर कार्रवाई की चेतावनी दे दी थी।